लिंग हमारे शरीर का एक अहम अंग है जो हमे मानसिक संतुष्टि दिलाने में मदद करता है। जब लोग यौन संबंध बनाते हैं तो आमतौर पर त्वचा से त्वचा का संपर्क होता है। जिससे हमें खुशी दिलाने वाले हार्मोन उत्तेजित होते हैं। ये हार्मोन हमारी मनोदशा को नियंत्रित करते हैं। अध्ययनों से इस बात की पुष्टि भी होती है कि सेक्स की कमी से लोग अवसाद ग्रस्त भी हो सकते हैं। अध्ययन यह भी बताते हैं कि यदि आप शारीरिक रूप से स्वस्थ्य हैं और आपने सेक्स करना बंद कर दिया है तो आप उदासीन प्रवृति के बन सकते हैं। जिससे आपके दांपत्य जीवन में परेशानियां आ सकती हैं। इसलिए सामान्य रूप से स्वस्थ्य व्यक्ति के लिए सेक्स ना करने के नुकसान हो सकते हैं।
शारीरिक संबंध बनाने से मानसिक सुख प्राप्त होता है। लेकिन यदि आप यौन संबंध नहीं बनाते हैं तो खुशी को बढ़ाने वाले हार्मोनों में कमी आ सकती है। यौन संबंध बनाने के दौरान उत्पन्न होने वाले हार्मोन दर्द से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं साथ ही आपकी मनोदशा को भी सुधारते हैं। यदि आप नियमित सेक्स नहीं करते हैं तो इससे आपके शरीर में असंतुलन की स्थिति बन सकती है। इस तरह से अपने शरीर में हार्मोन के स्तर को संतुलित करने के लिए नियमित सेक्स करते रहना चाहिए।
संभोग के 12 दिलचस्प राज जो कोई नही जानता…
शारीरिक संबंध बनाना दोनो भागीदारों को संतुष्टि प्रदान करता है। साथ ही यह एक दूसरे विश्वास और प्यार दोनो को बढ़ाता है। जिससे दोनो एक दूसरे के प्रति भावनात्मक रूप से आकर्षित होते हैं। लेकिन यदि दोनो के बीच यौन संबंधों में कमी आती है तो ये उनके रिश्ते को प्रभावित कर सकता है। सेक्स न करने के नुकसान दोनो के विश्वास और प्यार को कम कर सकता है। अध्ययनों से पता चलता है कि कम यौन संबंध बनाने बाली महिलाओं को कम संतुष्टि होती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि संभोग के दौरान मस्तिष्क में ऑक्सीटॉसिन (oxytocin) का उत्पादन होता है जिसे बॉन्डिंग हार्मोन भी कहा जाता है।
यह हार्मोन विश्वास और लगाव की भावना पैदा करता है ताकि आप और आपके साथी के बीच सकारात्मक संबंध बने रहें। इस तरह से सेक्स न करने के नुकसान आपसी रिश्तों को कमजोर कर सकते हैं।
2008 में हुए एक अध्ययन से पता चलता है कि जो लौग नियमित रूप से सेक्स करते हैं उनमें स्तंभन दोष होने की संभावना कम होती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि नियमित सेक्स स्तंभन दोष (ED) के खिलाफ सुरक्षा करता है। स्तंभन दोष होने से अन्य यौन समस्याएं भी हो सकती हैं। साथ ही यह रिश्तों की संवेदनशीलता, यौन इच्छा में कमी आदि का कारण भी बन सकता है।
वयस्क उम्र के महिला और पुरुषों को नियमित सेक्स करना चाहिए। क्योंकि सेक्स न करने से उनकी मनोदशा में कमी हो सकती है। अध्ययनों से यह भी पता चलता है कि जिन लोगों को उदासी होती है उन्हें सेक्स करने के दौरान मानसिक संतुष्टि प्राप्त हो सकती है। इस दौरान सेक्स करने से आपकी यौन इच्छा में भी वृद्धि हो सकती है। जिससे आपके मूड को बढ़ाने में मदद मिलती है।
यौन संबंध बनाने के दौरान आपको तनाव को कम किया जा सकता है। यौन आपको आराम की भावना दिला सकता है। इस दौरान आपके शरीर में ऐसे हार्मोन उत्तेजित होते हैं जो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करते हैं। क्योंकि इस दौरान तनाव को बढ़ाने वाले हार्मोन को नियंत्रित किया जाता है। तनाव हार्मोन आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करने में अहम भूमिका निभाता है। इस तरह से यदि आप अपनी प्रतिरक्षा को बनाए रखना चाहते हैं तो नियमित सेक्स को न रोकें। क्योंकि सेक्स न करने के नुकसान आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर सकते हैं।
सेक्स की कमी आत्मविश्वास को कम करे –
ऐसा माना जाता है कि जब महिलाएं कम यौन संबंध रखती हैं तो वे सेक्स के बारे में बहुत चिंतित होती हैं। इस दौरान उनके आत्मविश्वास में कमी भी आ सकती है। इस तरह से ये दोनो ही आपस में यौन इच्छा में कमी और आत्मविश्वास में कमी का कारण बन सकते हैं।
योनि की दीवार कमजोर कर सकता है कम सेक्स –
महिलाओं में विशेष रूप से यह स्थिति उस दौरान आती है जब वे रजोनिवृत्ति में प्रवेश करती हैं। यौन विशेषज्ञयों का मानना है कि नियमित सेक्स न करने से महिलओं की योनि दीवारे पतली होने लगती हैं। साथ ही बहुत दिनों के बाद यौन संबंध बनाने से योनि में तेज दर्द भी हो सकता है। इसलिए स्वास्थ्य सलाहकार सलाह देते हैं कि रजोनिवृत्ति के दौरान भी नियमित सेक्स किया जाना चाहिए। वयस्क महिलाएं जब नियमित सेक्स नहीं करती है तो उनकी योनि के ऊतक पतले होने और सूखने की संभावना अधिक होती है। इसका एक कारण यह रक्त प्रवाह में कमी भी होती है। हम सभी जानते हैं कि यौन संबंध बनाने के दौरान रक्त प्रवाह में वृद्धि होती है। इस तरह से सेक्स न करने के नुकसान महिलाओं की परेशानी को बढ़ा सकते हैं।
सेक्स की कमी महिलाओं में लुब्रीकेंट कम करे –
यदि महिलाएं लंबे समय तक यौन संबंधों से दूर रहने वाली महिलाओं को यौन संबंध फिर से बनाने में परेशानी हो सकती है। क्योंकि लंबे समय तक सेक्स न करने के कारण महिलाओं में स्नेहक की कमी आ सकती है जिससे उन्हें दर्द का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही वयस्क होने पर सेक्स से दूरी के कारण उनकी योनि की दीवारें भी कमजोर और पतली हो जाती हैं। ऐसा एस्ट्रोजेन जैसे हार्मोन की कमी के कारण होता है। अक्सर ये हार्मोन अधिक उम्र की महिलाओं में कम होते हैं। 20 से 30 वर्ष की उम्र के दौरान ये हार्मोन महिला शरीर में उचित स्तर पर होते हैं लेकिन उम्र बढ़ने के साथ ही इनके स्तर में कमी आने लगती है।
जब ये हार्मोन शरीर में अच्छी मात्रा में उपस्थित रहते हैं तो महिलाओं की योनि में पर्याप्त स्नेहक उत्पन्न होता है। इसलिए नियमित रूप से सेक्स करने से इस प्रकार की समस्याओं से बचा जा सकता है।
नियमित सेक्स ना करना तनाव बढ़ता है –
विशेषज्ञयों के अनुसार तनाव को कम करने में यौन संबंध मदद कर सकते हैं। लेकिन यदि लंबे समय तक सेक्स नहीं किया जाता है तो यह आपके तनाव का कारण भी हो सकता है। वास्तव में सेक्स आपके तनाव वृद्धि का कारण नहीं बन सकता है। कुछ अध्ययनों से यह स्पष्ट होता है कि यौन संबंध बनाने के दौरान आपके शरीर में तनाव को कम करने वाले हार्मोन उत्सर्जित होते हैं जो तनाव के स्तर को कम करने में सहायक होते हैं। इसलिए सेक्स न करने के नुकसान में तनाव बढ़ना भी शामिल है।
यौन क्रिया ना करने से मासिक धर्म की समस्या बढ़ सकती है –
हैरानी की बात है कि मासिक धर्म के दर्द और ऐंठन को कम करने में सेक्स आपकी मदद कर सकता है। हालांकि इस पर अभी और भी शोध करने की आवश्यकता है। गर्भाशय मांसपेशियों में होता है सेक्स के दौरान गर्भाशय संकुचन होता है और रक्त अधिक तेजी से निकल जाता है। परिणामस्वरूप मासिक धर्म की ऐंठन कम हो जाती है। यदि आप सेक्स नहीं कर रहे हैं तो आप इस प्रकार के लाभों से वंचित रह सकते हैं। इसलिए मासिक धर्म की ऐंठन को कम करने में सेक्स करने के फायदे होते हैं।
सेक्स नहीं करने से आपके दिमाग कमजोर हो सकता है –
अध्ययनों से पता चलता है कि सेक्स मस्तिष्क के कार्य और मस्तिष्क कोशिकाओं के विकास में सुधार कर सकता है। इस तरह से कहा जा सकता है कि अपने दिमाग को क्रियाशील बनाए रखने के लिए सेक्स फायदेमंद होता है। लेकिन इसके कोई निश्चित प्रमाण नहीं है पर ऐसा माना जाता है।