शादी के बाद हर कोई हनीमून के लिए जाता है. ये जैसे प्रथा बन चुकी है. घूमने के नाम पर अक्सर ही लोग देश विदेश जाते हैं और अपनी शादीशुदा लाइफ की नई शुरुआत करते हैं. लेकिन आपको भी नहीं पता होगा कि ये क्यों मनाया जाता है. आज हम इसी के बारे में बताने जा रहे हैं. आइये जानते हैं क्यों मनाया जाता है हनीमून.
हनीमून पीरियड कपल्स को एक-दूसरे के साथ वक्त बिताने का, उन्हें जानने का मौका देता है. शादी के बाद जब आप परिवार और ज़िम्मेदारियों के बंधन में बंध जाते हैं तो ये वक्त नहीं मिल पाता है इसलिए शादीशुदा ज़िंदगी की शुरूआत ही हनीमून से की जाती है.
हसबैंड-वाइफ के रूप में एक मज़बूत बॉन्ड क्रिएट करने का भी ये अच्छा वक्त होता है. कुछ लोगों की ये मानसिकता भी बन गई है कि हनीमून यानी की सेक्स, लेकिन ये ज़रूरी नहीं है, हां हनीमून सेक्स का एक ज़रूरी हिस्सा हो सकता है लेकिन पूरे हनीमून को ही इससे जोड़कर देखना गलत है.
हनीमून को आप अपनी शादीशुदा ज़िदंगी की शुरूआत से पहले वार्मअप के तौर पर भी ले सकते हैं. यकीन मानिए, इस वार्मअप की यादें आपके दिल में हमेशा खूबसूरती के साथ कैद रहेंगी.
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कुछ लोग इसे एक रोमांटिक वेकेशन मानते हैं तो कुछ शादी के बाद रिलैक्स होने का एक ज़रिया, सोच भले ही सबकी अलग-अलग हो लेकिन हनीमून आज के वक्त में सभी शादीशुदा कपल्स की लाइफ का एक प्यारा सा हिस्सा है.