भारत की सुपरस्टार और पांच बार की चैंपियन एमसी मैरीकॉम (48 किग्रा) ने मंगलवार को यहां चल रही 10वीं एआइबीए महिला विश्व चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में जगह बनाई।
इसके साथ ही उन्होंने विश्व चैंपियनशिप का अपना सातवां पदक पक्का कर लिया। तीन बच्चों की मां एमसी इस चैंपियनशिप की सबसे सफल मुक्केबाज भी बन गईं। इससे पहले उन्होंने पांच स्वर्ण और एक रजत पदक जीता था।
उन्होंने पिछली बार इस चैंपियनशिप में पदक 2010 में 48 किग्रा में स्वर्ण के रूप में हासिल किया था। मैरीकॉम के अलावा लवलीना बोरगोहेन, सोनिया और सिमरनजीत कौर ने भी अपने-अपने क्वार्टर फाइनल मुकाबले जीतकर सेमीफाइनल में जगह पक्की की। इस तरह भारत के चार पदक पक्के हो गए।
वहीं, मनीषा मौन, भाग्यवती कचारी और पिंकी रानी क्वार्टर फाइनल में हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गईं। मैरीकॉम ने दिन की शुरुआत चीन की यूवु पर 5-0 (30-27, 29-28, 30-27, 29-28, 30-27) की शानदार जीत से की।
अब वह गुरुवार को उत्तर कोरिया की हयांग मि किम से भिड़ेंगी, जिन्हें उन्होंने पिछले साल एशियन चैंपियनशिप के फाइनल में हराया था। ओलंपिक पदक विजेता मैरीकॉम ने अपने चिर परिचित अंदाज में खेलते हुए चीनी मुक्केबाज को टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता दिखाया।
उनके मजबूत मुक्कों का यू वु के पास कोई जवाब नहीं था। इसके बाद लवलीना (69 किग्रा) ने फ्रांसिस स्कॉट को 5-0 से हराया। वहीं, सोनिया (57 किग्रा) ने कोलंबिया की येनी कास्टेनाडा को 4-1 से हराकर आगे का रास्ता तय किया। सिमरनजीत कौर (64 किग्रा) ने आयरलैंड की ऐमी सारा को क्वार्टर फाइनल में 3-1 से हराया।
मनीषा (54 किग्रा) को हालांकि 2016 विश्व चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता स्टोयका पेट्रोवा से 1-4 से पराजय का मुंह देखना पड़ा। उनके अलावा भाग्यवती कचारी (81 किग्रा) कोलंबिया की जेसिका सिनिस्तेरा से 2-3 से हार गई। वहीं, पिंकी (51 किग्रा) को उत्तर कोरिया की मि चोई पेंग से 0-5 से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई।
भारत का इस चैंपियनशिप में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2006 में रहा था जहां चार स्वर्ण सहित कुल आठ पदक हासिल हुए थे। इसके बाद 2008 में चार, 2010 में दो, 2012 में एक, 2014 में दो और 2016 में एक पदक जीता।
कोसोवो से जुड़े टूर्नामेंटों की मेजबानी भारत को नहीं मिले : अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आइओसी) ने अपने सभी सदस्य महासंघों से कहा कि वे कोसोवो के खिलाड़ियों की मौजूदगी वाली किसी वैश्विक टूर्नामेंटों की मेजबानी भारत को नहीं सौंपे।
भारत ने महिला विश्व चैंपियनशिप के लिए इस यूरोपीय देश की मुक्केबाजों को वीजा देने से इन्कार कर दिया था जिसके बाद आइओसी ने यह पत्र लिखा।
सभी अंतरराष्ट्रीय महासंघों के अध्यक्ष और महासचिव को कड़े शब्दों में यह पत्र लिखा गया। आइओसी के इस पत्र के बाद भारत के 2021 पुरुष मुक्केबाजी विश्व चैंपियनशिप की मेजबानी पर सवालिया निशान लग गया है।
एआइबीए ने बुल्गारियाई मुक्केबाज का एक्रीडेशन कार्ड छीना
भारतीय मुक्केबाज सोनिया के खिलाफ मुकाबले में हारने के बाद जजों पर भ्रष्ट होने का आरोप लगाने वाले बुल्गारिया के कोच पीटर यासिफोव लेसोव का एक्रीडेशन छीनने के एक दिन बाद मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (एआइबीए) ने खेल भावना के विपरीत आचरण के कारण मुक्केबाज स्टैनीमीरा का एक्रीडेशन भी वापस ले लिया। यह मुक्केबाज हालांकि टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी है।
भारतीय मुक्केबाज सोनिया के खिलाफ यहां विश्व चैंपियनशिप का मुकाबला 2-3 से हारने के बाद पेट्रोवा स्टैनीमीरा ने जजों पर भ्रष्ट होने का आरोप लगाया था जिसके बाद एआइबीए ने बुल्गारिया दल के कोच पीटर को रिंग से दूर कर दिया था। एआइबीए के कार्यकारी निदेशक टॉम विरगेट्स ने कहा, ‘बुल्गारियाई मुक्केबाज पेट्रोवा ने टूर्नामेंट में भागीदारी के दौरान अनुचित व्यवहार किया।
उन्होंने एआइबीए अधिकारियों के खिलाफ झूठे और गुमराह करने वाले बयान दिए। इससे उन्होंने अपनी प्रतिद्वंद्वी, जजों, रेफरी, टूर्नामेंट के आयोजकों और एआइबीए का निरादर किया। दुर्भाग्य से उनके इस एक्शन में उनके कोच की छवि दिखती है जिन्होंने खेल की छवि को खराब करने का प्रयास किया।’
सोनिया की प्रतिद्वंदी नतीजे से खुश नहीं दिखी और उन्होंने रिंग से बाहर आकर कहा था, ‘मैं इस फैसले से बिलकुल भी खुशी नहीं हूं। जज धोखा कर रहे हैं, यह नतीजा सही नहीं है।’ पेट्रोवा के कोच ने रेफरी के फैसले पर आपत्ति व्यक्त की थी।
विजेंद्र ने बॉब एरम के साथ किया करार
भारत के स्टार मुक्केबाज विजेंद्र सिंह ने मशहूर प्रमोटर बाब एरम की कंपनी टॉप रैंक के साथ करार किया जिससे अगले साल वह अमेरिका में पदार्पण करेंगे। बीजिंग ओलंपिक 2008 के कांस्य पदक विजेता विजेंद्र ने अभी तक अपने सभी पेशेवर मुकाबले भारत और इंग्लैंड में खेले हैं।
वह 2019 की शुरुआत में टॉप रैंक के लिए पदार्पण करेंगे। उनके भारतीय प्रमोटर आइओएस बॉक्सिंग ने यह जानकारी दी। एरम ने बयान में कहा, ‘टॉप रैंक विजेंद्र के साथ करार करकेकाफी उत्साहित हैं।
हम उन्हें अमेरिका में बड़ा स्टार बनाना चाहते हैं और भारत में प्रमुख टूर्नामेंटों में उनकी भागीदारी देखना चाहते हैं जहां वह पहले से ही सुपरस्टार हैं।’
पेशेवर मुक्केबाजी में पदार्पण के बाद उन्होंने डब्ल्यूबीओ एशिया और ओरिएंटल सुपर मिडिलवेट खिताब जीते हैं।