पीएम मोदी ने सिंगापुर की सराहना करते हुए कहा कि यह अब वित्तीय सेवाओं का हब बन चुका है। बीते साल जून में यहीं से उन्होंने रुपे कार्ड को लांच किया था। इसके अलावा यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) पर आधारित भारत इंटरफेस फॉर मनी (भीम) की भी शुरुआत की। उन्होंने कहा कि आज देश के 128 बैंक यूपीआई से जुड़ चुके हैं।
वहीं बीते 2 सालों में यूपीआई से ट्रांजेक्शन 1500 गुना बढ़ा है। इसमें हर माह 30 फीसदी की बढ़ोतरी हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सिंगापुर दौरे का गुरुवार को दूसरा दिन है। इस मौके पर वह आसियान-भारत इनफॉर्मल ब्रेकफास्ट समिट में शामिल हुए।
इसके बाद वह एशिया समिट में भी हिस्सा लेंगे। इस दौरान उन्होंने भारत-सिंगापुर हैकाथन 2018 के विजेताओं को पुरस्कृत किया। इंटरनेशनल कैडिट एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत सिंगापुर पहुंचे नेशनल कैडेट कॉप्स के 20 कैडेट्स से भी पीएम मोदी ने मुलाकात की।
इससे पहले बुधवार को उन्होंने तीसरे सिंगापुर फिटनेस फेस्टिवल को संबोधित किया था। ऐसा करने वाले वह पहले राष्ट्राध्यक्ष हैं। पीएम मोदी ने इस दौरान अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस से भी मुलाकात की थी। दोनों के बीच आतंकवाद रक्षा उपकरण समेत कई मुद्दों पर बातचीत हुई।
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पीएम ने भारत श्रीलंका और ब्रिटेन के सॉफ्टवेयर डिवेलपर्स द्वारा निर्मित एपीआईएक्स एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस एक्सचेंज बैंकिंग टेक्नोलॉजी भी लांच की। इस तकनीक को अमेरिका में विकसित किया गया है। इस टैक्नोलॉजी का उद्देश्य 10 आसियान देशों समते दुनिया के 23 देशों में रहने वाले 2 अरब ग्रामीणों को जोड़ना है। ये ऐसे लोगो होंगे जिनके पास खुद का बैंक अकाउंट नहीं है।
बुधवार को पीएम मोदी दूसरे रीजनल काम्प्रहेंसिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप (आरसीईपी) समिट में शामिल हुए थे। यहां 16 देशों के नेता मौजूद थे जिनसे पीएम ने चर्चा की। पीएम ने सदस्य देशों से कहा कि भारत में फिटनेस और स्टार्टअप कंपनियों के लिए सुनहरे अवसर हैं। इसका भविष्य भारत में काफी बेहतर है।