विवाह के छह महीने से भी कम के समय में भगवान कृष्ण की नगरी मथुरा के वृंदावन की गलियों में राधे-राधे की पुकार लगाते विचरण कर रहे तेज प्रताप यादव की गुहार है कि मुझे अपनी जिंदगी जी लेने दो भाई। राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव जिंदगी में सुकून की तलाश में हैं। इसे खोजते वह ब्रज की कुंज गलियों में भटक रहे हैं।
गलियों में मीडिया का सामना होते ही तेज प्रताप बोल उठे- मुझे अपनी जिंदगी जी लेने दो भाई। मैं शांति की तलाश में हूं। उसमें अनावश्यक हस्तक्षेप न करें। लालू पुत्र के रंग ढंग बताते हैं कि वह पूरी तरह ब्रज के रंग में रंगना चाहते हैं।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के बड़े बेटे और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप को देखकर लगता है कि वह व्यथित हैं। वाराणसी होते वृंदावन पहुंचे तेज प्रताप इन दिनों यहां एक गेस्ट हाउस में चार साथियों संग प्रवास पर हैं। आध्यात्मिक रंग में रंगे तेज प्रताप ने मीडिया से दूरी बना रखी है। कल वह मीडिया से बचने के लिए अपनी निजी कार छोड़ दिल्ली के नंबर की इनोवा डीएल 4सी एबी 8309 में बैठ तेज रफ्तार से हाईवे की ओर निकल गए।
उन्होंने कुर्ता धोती पहन रखा था और माथे पर गौड़ीय संप्रदाय का प्रतीक खड़ा तिलक लगा था। मीडियाकर्मी पीछा करने के बावजूद उनकी गाड़ी के नजदीक नहीं पहुंच सके। मोबाइल पर संपर्क कर मीडिया से बात करने को कहा गया तो बोले-मुझेअपनी जिंदगी जी लेने दो भाई। वह चैतन्य विहार स्थित वृंदा पैलेस गेस्ट हाउस में रुके हुए हैं। ब्रज भ्रमण के लिए वह अपनी कार का इस्तेमाल तक नहीं कर रहे हैं। गेस्ट हाउस संचालक को भी हिदायत दी है कि किसी को उनके बारे में न बताया जाए। कल दोपहर 2.40 बजे जैसे ही दिल्ली नंबर की एक इनोवा गेस्ट हाउस पर आकर रुकी, तेजी के साथ तेज प्रताप और उनके साथी बैठे और कार दौड़ा दी। बाहर इंतजार कर रहे मीडियाकर्मियों ने पीछा किया, लेकिन असफल रहे। मीडियाकर्मियों ने उनके फोटो लेने चाहे तो साथियों ने उनके मुंह पर कपड़ा रख फोटो नहीं करने दिए।