पंजाब नेशनल बैंक को सितंंबर तिमाही में बड़ा नुकसान हुआ है। सिंतबर 30 को खत्म हुई तिमाही में बैंक को 4532 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। पिछले साल इसी दौरान बैंक को 561 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था। यह बैंक के 1438 करोड़ रुपये के नुकसान के अनुमान से काफी ज्यादा है। बैंक ने आज ही जुलाई-सितंबर तिमाही के नतीजे जारी किए हैं। पंजाब नेशनल बैंक को लगातार तीसरी तिमाही में नुकसान उठाना पड़ा है।
पीएनबी ने अपनी बीएसई फाइलिंग में बताया कि वित्त वर्ष 2018-19 की सितंबर तिमाही के दौरान बैंक की कुल आय 14,205.31 करोड़ से घटकर 14,035.88 करोड़ पर आ गई। वहीं सकल अग्रिमों के अनुपात के रूप में बैंक की सकल गैर-निष्पादित संपत्तियां (एनपीए) सितंबर के अंत तक बढ़कर 17.16 फीसद (81,250.83 करोड़ रुपये) हो गईं जो कि एक साल पहले 13.31 फीसद (57,630.11 करोड़ रुपये) रही थीं।
नतीजतन, सितंबर तिमाही में खराब ऋण के प्रावधान लगभग तीन गुना होकर 7,733.27 करोड़ रुपये हो गए, जबकि बीते वर्ष की समान अवधि में ये 2,693.78 करोड़ रुपये पर थे।
पीएनबी ने कहा कि उसके मुंबई ब्रांच में उसके स्टाफ ने 2011 से 2017 के बीच नकली बैंक गारंटी जारी की थी, जिनकी मदद से नीरव मोदी मेहुल चौकसी को करोड़ों रुपये का फॉरेन क्रेडिट मिला था। गौरतलब है कि इस साल देश के दूसरे सबसे बड़े सरकारी बैंक (पीएनबी) को देश के बड़े बैंक फ्रॉड का सामना करना पड़ा था जिसकी जांच चल रही है