कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल डील पर एक बार फिर से मोदी सरकार पर हमला बोला है. प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि अनिल अंबानी की कंपनी डील के लायक नहीं थी. उन्होंने कहा कि डील पर अनिल अंबानी और मोदी की पार्टनरशिप रही और पीएम मोदी ने अनिल अंबानी को ये डील दिलवाई. उन्होंने कहा कि दसॉल्ट के रुपयों से अंबानी ने जमीन खरीदी और अब जब डील पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार घिरती दिखाई दे रही है, तो अब दसॉल्ट के CEO पीएम मोदी को बचाने के लिए झूठ बोल रहे हैं और हमारा काम देश को सच बताना है.
उन्होंने कहा कि राफेल डील ओपन और शट केस है. उन्होंने कहा कि इस केस की जेपीसी जांच होनी चाहिए. पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि दसॉल्ट एविएशन ने ‘रिश्वत’ की पहली किस्त के रूप में रिलायंस एविएशन को 284 करोड़ रुपये दिए, जिन रुपयों से अमिल अंबानी ने जमीन खरीदी. उन्होंने सवाल खड़े करते हुए कहा कि नुकसान में चल रही 8 लाख रुपये की कंपनी में 284 करोड़ रुपये दसॉल्ट ने क्यों डाले? मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि अब जब पीएम मोदी खुद इस डील में घिर रहे हैं, तो दसॉल्ट के सीईओ झूठ बोल रहे हैं और हमारा काम देश को सच बताना है.
राहुल गांधी ने कहा कि कीमत पर सवाल उठ रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट ने कीमतों की जानकारी मांगी है, लेकिन सरकार बता रही है कि गोपनीय होने की वजह से नहीं बता सकते. कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा कि फ्रांस के राष्ट्रपति ने कहा है कि राफेल की कीमत गोपनीय समझौते का हिस्सा नहीं है.
उन्होंने आरोप लगाया कि राफेल डील के सौदे के लिए बहुत बड़ा भ्रष्टाचार हुआ है. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अगर पीएम मोदी ने कुछ नहीं किया, तो वो ये क्यों नहीं कह देते कि जांच करा लो. उन्होंने अरूण जेटली पर भी निशाना साधा राहुल गांधी ने कहा कि जेपीसी जांच पर केंद्रीय मंत्री ने कोई रिस्पॉन्स नहीं दिया.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि अगर जांच शुरू हो गई, तो पीएम मोदी की सारी सच्चाई सबके सामने आ जाएगी. क्योंकि इस डील में पीएम मोदी का बहुत बड़ा हाथ है. सीबीआई चीफ को हटाए जाने पर उन्होंने कहा की सीबीआई के चीफ को इसलिए हटाया गया, क्योंकि उनके पास इस केस की सारी सूचना है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अब पीएम मोदी को नींद नहीं आ रही है और डर सता है, वो परेशान है कि अब तो वो पकड़े जाएंगे.