भारत और वेस्टइंडीज़ के बीच वनडे सीरीज़ का पांचवां और आखिरी मैच तिरुवनंतपुरम में अब से बस कुछ ही देर में खेला जाएगा। कोहली एंड कंपनी जब इस मैच में खेलने उतरेगी तो उसका इरादा मैच एक और घरेलू सीरीज जीतने का होगा।
बारिश डाल सकती है खलल
भारतीय टीम ने अपनी सरजमीं पर पिछली वनडे सीरीज 2015 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ गंवाई थी और वेस्टइंडीज के खिलाफ अंतिम वनडे मैच को जीतकर वह घर में सीरीज जीतने का अपना अभियान जारी रखना चाहेगी। भारत सीरीज में 2-1 की बढ़त लिए हुए है, जबकि एक मुकाबला टाई के रूप में खत्म हुआ। हालांकि, मेहमान टीम ने पिछले कुछ दिनों में उम्मीद के विपरीत प्रतिरोध दिखाया है जिसके चलते भारत को एक चौंकाने वाली हार का सामना भी करना पड़ा। भारत को यह हार उस समय मिली जब वेस्टइंडीज की टीम एक महीने से कुछ ज्यादा समय यहां बिता चुकी है। हल्की बौछार की भविष्यवाणी के साथ उम्मीद है कि मौसम खेलने लायक होगा। हालांकि अगर बारिश हुई तो मैच को बीच-बीच में रोकना पड़ सकता है।
इस मैदान पर खेला जाएगा पहला वनडे
विराट कोहली के लड़ाकों ने पुणे में हुए तीसरे वनडे मैच में मिली हार के बाद मुंबई में जबरदस्त वापसी करते हुए 224 रन से रिकॉर्ड विशाल जीत हासिल की। पिछली बार 1988 में जब इस शहर में वनडे मैच खेला गया था तब भी ये दोनों टीमें ही आमने-सामने थीं और मेहमान टीम ने नौ विकेट से जीत दर्ज की थी। वह मुकाबला यहां के यूनिवर्सिटी स्टेडियम में खेला गया था, जबकि मौजूदा सीरीज का मुकबला ग्रीनफील्ड अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में खेला जाएगा, जो इस स्टेडियम में खेला जाने वाला पहला वनडे अंतरराष्ट्रीय मैच होगा। उस समय वेस्टइंडीज की टीम क्रिकेट जगत में अजेय मानी जाती थी। ऐसे में जेसन होल्डर की टीम उस समय की दिग्गज टीम से प्रेरणा लेकर सीरीज बराबर करना चाहेगी।
धौनी और धवन को भी करना होगा धमाका
इंग्लैंड में अगले साल जून में होने वाले विश्व कप को देखते हुए दोनों टीमें इस सीरीज के जरिये अपना संयोजन तय करने की कोशिश में है। कोहली और रोहित शर्मा बेहतरीन फॉर्म में हैं और सीरीज में क्रमश: तीन और दो शतक जड़ चुके हैं। कप्तान का समर्थन हासिल करने वाले अंबाती रायुडू ने भी पिछले मैच में शतकीय पारी खेली थी। बाकी बल्लेबाज हालांकि उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन करने में नाकाम रहे हैं। सलामी बल्लेबाज शिखर धवन अच्छी शुरुआत का फायदा नहीं उठा पाए हैं, जबकि अनुभवी महेंद्र सिंह धौनी के लिए भी रन जुटाना मुश्किल हो रहा है।
ऑस्ट्रेलिया में टी-20 सीरीज के लिए घोषित भारतीय टीम में जगह गंवाने वाले झारखंड के इस विकेटकीपर को भी विकेट के आगे अपना योगदान देने की उम्मीद होगी, जबकि विकेट के पीछे वह शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। भारत की ओर से वनडे में 10,000 रन पूरे करने के लिए धौनी को सिर्फ एक रन की दरकार है। हालांकि, उन्होंने 174 रन एशिया एकादश की ओर से भी बनाए हैं।
बुमराह के आने से आई मजबूती
जसप्रीत बुमराह की वापसी से भारत का गेंदबाजी आक्रमण मजबूत हुआ है और पिछले दोनों मैचों में उन्होंने अपनी उपयोगिता साबित की है, जबकि बायें हाथ के युवा तेज गेंदबाज खलील अहमद ने ब्रेबोर्न स्टेडियम में शानदार गेंदबाजी की। कोहली को भुवनेश्वर कुमार से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी, जो अब तक उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाए हैं। स्पिनरों ने कैरेबियाई बल्लेबाजों को परेशान किया है। कुलदीप यादव के सामने वेस्टइंडीज के ज्यादातर बल्लेबाज जूझते रहे हैं, जबकि युजवेंद्र चहल को पिछले मैच में बाहर करके उनकी जगह रवींद्र जडेजा को मौका दिया गया था। दूसरी ओर, टेस्ट मैचों में करारी हार के बाद मेहमान टीम ने वनडे में उतार-चढ़ाव भरा प्रदर्शन किया है. शिमरान हेटमायर और शाई होप ने सबसे अधिक प्रभावित किया है।