इसी प्रकार से उनके श्रंृगार के लिए भी कई चीजे हैं जिनको पहनकर स्त्री अपने सुहाग की रक्षा करती है। उन्ही चीजों में से एक चीज है बिन्दी जी हाँ यह हमारे सुहाग की निशानी में से एक हैं तो हम आपको बता दें कि जब आपकी बिन्दी बेकार हो जाए तो आप उसको इधर-उधर नहीं फेंके क्योंकि जब हम बिन्दी को इधर-उधर फेंकते हैं तो वह किसी के भी पैर के नीचे आ सकती है और कोई भी स्त्री यह कभी भी नहीं चाहेगी कि उसका सुहाग किसी के पैरों तले रोंदा जाए।
इस लिए जब आपकी बिन्दी बेकार हो जाए तो आप उनको किसी डि़बिया में इकठ्ठा कर लें और जब डि़बिया भर जाए तो आप उन बिन्दियों को कहीं ले जाकर पानी में बहा दें। ताकि आपके सुहाग का अपमान नहीं हो सके। हाँ यदि आपकी बिन्दी कहीं गिर जाए और मिले नहीं तो बात अलग है वैसे जहाँ तक सम्भव हो वहाँ तक उन्हें इकठ्ठा ही कर लें।