पंजाब में किसानों का रेलवे ट्रैक जाम कर देने का सिलसिला थम नहीं रहा है। राज्य में किसान अक्सर किसान मांगों को लेकर रेलवे ट्रैक पर बैठ जाते हैं। इस कारण ट्रेनों का आवागमन बुरी तरह प्रभावित हाे जाता है। वीरवार को भी जिले में दो स्थानों पर किसान रेलवे ट्रैक पर बैठ गए। इससे ट्रेनों का आवागमन ठप हो गया। ट्रेनें विभिन्न स्थानों पर रोकनी पड़ी। कई ट्रेनों का मार्ग बदलना पड़ा।
बूटेवाला और झोक टहल सिंह के पास रेल पटरियों पर दिया धरना
किसानों ने पराली संभालने के लिए 200 रुपये प्रति क्विंटल देने, धान की खरीद पर बोनस देने, कर्ज माफी और स्वामीनाथन अायोग की रिपोर्ट अनुसार फसलों के भाव देने की मांग को लेकर जिले में दो स्थानों बूटेवाला और झोक टहल सिंह के पास रेल पटरियों पर धरना दे दिया। किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब ने इन मांगोंं को लेकर राज्यव्यापी आंदोलन का आह्वान किया था।
रेल ट्रैक जाम होने से ट्रेनें प्रभावित हुईं। किसानों ने योजना बनाकर पुलिस काे चकमा दिया अौर रेलवे ट्रैक पर पहुंच गए। टैकांवाली बस्ती रेलवे सुरक्षा बल, जीआरपी और पंजाब पुलिस ने घेरा बनाकर किसानों को रेलवे लाइनों के पास नहीं फटकने देने की याेजना बनाई। किसानों ने चकमा देते हुए जिले में फिरोजपुर जालंधर रेलवे लाइन पर बूटेवाला रेलवे स्टेशन और फिरोजपुर फाजिल्का रेल लाइन पर झोक टहल सिंह रेलवे स्टेशन पर पटरियों पर धरना शुरू कर दिया। इसके बाद टैकांवाली बस्ती रेलवे क्रॉसिंग पर किसानों के न आने की संभावना के चलते घेरा हटा लिया गया।
इससे पहले रेलवे सुरक्षा बल और जीआरपी को इंटेलीजेंस से इनपुट मिला था कि किसान टैकांवाली बस्ती क्रॉसिंग के पास रेलवे पटरियों पर धरना लगा सकते हैं। चूंकि यहां फिरोजपुर से बठिंडा, जालंधर और लुधियाना की तरफ रेलों का आवागमन होता है। यहां जाम लगाने से रेलवे के फिरोजपुर मंडल की अधिकतर रेलों का आवागमन बाधित होता है।
इसी वजह से टैकांवाली बस्ती फाटक के समीप निर्माणाधीन आरयूबी के समीप पुलिस बल तैनात किया गया। किसान मजदूर संघर्ष कमेटी ने दोपहर तक अपनी प्लानिंग नहीं बताई कि धरना कहां दिया जाएगा। दोपहर एक बजे अचानक की बूटेवाला और झोक टहल सिंह में स्टेशनों पर रेलवे पटरियों पर धरना देकर विरोध प्रदर्शन शुरु कर दिया।