निकाय चुनाव के तीसरे चरण में शनिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच जम्मू के सांबा और कश्मीर के पांच जिलों की 96 वार्डों में मतदान हो रहा है। दोपहर 2 बजे तक बारामुला में जहां 72.7 प्रतिशत मतदान हो चुका था वहीं सांब में 73.9 प्रतिशत वोट पड़े थे। इसके अलावा अनंतनाग में महज 2.7 और श्रीनगर में 1.5 प्रतिशत मतदान हुआ।
आज 365 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 1,93,990 मतदाता करेंगे। कश्मीर में 222 मतदान केंद्र अति संवेदनशील घोषित किए गए हैं। जबकि जम्मू संभाग में अति संवेदनशीन मतदान केंद्रों की संख्या 19 है।
जम्मू-कश्मीर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी शालीन काबरा ने बताया कि निष्पक्ष मतदान करवाने के लिए ऑब्जर्वर और माइक्रो ऑब्जर्वर तैनात किए गए हैं। मतदान सुबह छह बजे शुरू होकर शाम चार बजे तक चलेगा। जिन केंद्रों में मतदाताओं की संख्या अधिक है, वहां अतिरिक्त स्टाफ की तैनाती की गई है। अब तक दो चरणों के लिए मतदान हो चुका है। कुल मिलाकर चार चरणों में 79 निकायों के 1145 वार्डों में चुनाव होना है।
राज्य में करीब 17 लाख मतदाता मतदान करने योग्य हैं। चौथे चरण का मतदान कश्मीर में 16 अक्टूबर को होगा। तीसरे चरण में श्रीनगर नगर निगम के 20 वार्डों के अलावा हाजिन, उड़ी, त्राल, अवंतीपोरा, मट्टन, पहलगाम, एशमुकाम, सीर हमदान कमेटियों व सोपोर म्युनिसिपल काउंसिल के लिए मतदान होगा।
चार चरणों में होने वाले निकाय चुनाव का अलगाववादियों ने बहिष्कार किया है। वहीं, आतंकी भी मतदान में शामिल न होने के लिए धमकी दे चुके हैं। ऐसे में आतंकी साये को देखते हुए सुरक्षा और बढ़ा दी गई है। मतदान क्षेत्र में अतिरिक्त जवानों को भी तैनात किया हुआ है।
बता दें कि आठ अक्टूबर से शुरू हुए ये चुनाव 16 अक्टूबर को खत्म होंगे। वहीं, राज्य के मुख्य राजनीतिक दल नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी भी इन चुनावों में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है। वैसे तो राज्य में तीसरे चरण में 207 वार्डों में चुनाव होना था, लेकिन 96 वार्डों में ही मतदान हो रहा है। उनमें 56 जम्मू के सांबा जिले में और घाटी में 44 वार्ड हैं।
सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध
आतंकवादियों की धमकियों के चलते कश्मीर में मतदान के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। राज्य में करीब 40 हजार सुरक्षाकर्मियों को चुनाव की सुरक्षा सुनिश्चित करने का जिम्मा सौंपा गया है। पीडीपी व नेशनल कांफ्रेंस ने चुनाव का बहिष्कार किया है।