नई दिल्ली। लोगों का बर्ताव कैसा होता जा रहा है? आखिर कोई इतना हिंसक कैसे हो सकता है? क्या हमारे देश में एक इनसान की जान गोलगप्पे से भी सस्ती हो गई है?
गोलगप्पे की लड़ाई में हत्या
राजधानी दिल्ली में तो ऐसा ही मामला सामने आया है। वेस्ट स्वरूप नगर इलाके में गोलगप्पे खाने को लेकर एक युवा मैकेनिक की हत्या कर दी गई। विवाद इस बात पर शुरू हुआ कि गोलगप्पे पहले कौन खाएगा।
इसके बाद दो लड़कों ने शख्स की पीट-पीट कर हत्या कर दी। हत्या की पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई है।मृतक की पहचान इरफान के रूप में की गई है।
जानकारी के अनुसार, मामला चार अगस्त की शाम का है। पुलिस को सूचना दी गई कि गली में युवक बेहोश पड़ा है। उसको काफी चोटें आई हैं।
पुलिस ने युवक को बाबू जगजीवन राम हॉस्पिटल में भर्ती कराया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। शुरुआती जांच में पुलिस ने लावारिस मोटरसाइकिल बरामद की, जिससे मृतक की पहचान हो सकी।
दिल्ली कोे आखिर ये हुआ क्या है?
पिता ने अपनी ही 6 साल की बेटी को बनाया हवस का शिकारः इंसानियत और रिश्ते को तार-तार करते हुए एक पिता ने अपनी छह साल की बेटी को हवस का शिकार बनाया। बच्ची व उसकी मां की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर 40 वर्षीय आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी नशे का आदी है। पूरा मामला गाजियाबाद के विजय विहार इलाके का है।
आज भी सड़क से घर तक असुरक्षित हैं महिलाएं: सिविल सेवा परीक्षा-2016 की टॉपर टीना डाबी हो या रियो ओलंपिक में रजत पदक विजेता पीवी सिंधू या फिर कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक। महिलाओं ने देश ही नहीं विश्व में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है, लेकिन राजधानी में ही महिलाओं के प्रति लोगों की सोच नहीं बदल रही।