दिल्ली में पेट्रोल व डीजल के दाम कम करने के लिए भाजपा आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार पर लगातार दबाव बना रही है। उसका कहना है कि केजरीवाल को सिर्फ ट्वीट करके जनता से झूठी सहानुभूति जताने के बजाय उसे राहत देने के लिए कदम उठाने चाहिए। केंद्रीय संसदीय कार्य राज्य मंत्री विजय गोयल ने इस मुद्दे को लेकर लोगों के बीच जाने का एलान किया है। वह लोगों को मुख्यमंत्री व उनकी सरकार की हकीकत बताएंगे।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी जबकि तेल कंपनियों ने कीमतों में कटौती की है। कई राज्यों ने भी वैट में कमी की है जिससे लोगों को राहत मिली है। कई राज्यों में पेट्रोल व डीजल की कीमतों में पांच रुपये तक की कमी हुई है। दिल्ली सरकार को इन राज्यों से सीखने की जरूरत है। अन्य राज्यों की तरह दिल्ली में भी पेट्रोलियम पदार्थो पर वैट कम किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल पेट्रोल व डीजल की कीमतों को लेकर केंद्र पर सवाल तो उठाते हैं लेकिन खुद कुछ कोई कदम नहीं उठाते हैं। उन्हें दिल्लीवासियों के हित में पेट्रोलियम पदार्थों पर लगने वाले वैट को कम करने के लिए किसी से अनुमति लेने की भी जरूरत नहीं है। इसके बावजूद वह कोई कदम नहीं उठा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सिर्फ मौखिक सहानुभूति जताने और ट्विटर पर चिंता जताने से कुछ नहीं होगा। आज दिल्ली में पेट्रोल एनसीआर के अन्य शहरों से महंगा है। दिल्ली के लोग एनसीआर के शहरों में जाकर अपने वाहनों में तेल भरवा रहे हैं। इससे दिल्ली सरकार को राजस्व का भी नुकसान हो रहा है।
मुख्यमंत्री के रवैये को देखते हुए वह जनता के बीच जाकर हकीकत बताएंगे। लोगों को बताएंगे कि दिल्ली के मुख्यमंत्री की कथनी व करनी में अंतर है। वह सिर्फ दूसरी पार्टी के नेताओं को अपशब्द बोलने वाले मुख्यमंत्री हैं। उन्हें जनता की समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है।
दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री व AAP के नाराज विधायक कपिल मिश्रा ने भी वैट कम नहीं करने पर केजरीवाल को आड़े हाथों लिया है। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री ने दो सालों में पेट्रोल पर 12 फीसद वैट बढ़ाया, लेकिन अब लोगों को राहत देने के लिए इसमें वह कमी नहीं कर रहे हैं। मजबूरन लोग पड़ोसी राज्यों के शहरों में जाकर तेल भरवा रहे हैं।