विघ्नहर्ता और शुभत्व के पर्याय भगवान गणेश की वंदना के बिना हर काम अधूरा है। एकदंत से विनती अनंत है। 13 सितंबर से शुरू हो रहे गणेश चतुर्थी का उल्लास शहर में छाया है। बाजारों में गणेश प्रतिमाएं सजी हैं। वहीं, जगह-जगह मनौतियों के राजा के विराजने के लिए पंडाल तैयार हो रहे हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की तैयारियां भी तेज हैं।
झूलेलाल पार्क में भव्य आयोजन
श्री गणेश प्राकट्य कमेटी की ओर से 13वां श्री गणेश महोत्सव का आयोजन 13 से 23 सितंबर तक झूलेलाल वाटिका निकट हनुमान सेतु के पास किया जाएगा। कोलकाता के कारीगरों द्वारा विशाल पंडाल तैयार हो रहा है। कमेटी के संरक्षक भारत भूषण गुप्ता ने बताया कि इस बार गणेश पूजा पंडाल ‘रामेश्वरम मन्दिर’ की थीम पर तैयार हो रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्षों की भांति इस बार भी गणेश प्रतिमा का भू विसर्जन होगा। जिससे लोगों में संदेश जाए कि नदियों को प्रदूषित नहीं करना है। करीब 16 हजार वर्ग फीट में होने वाले उत्सव में बप्पा का 80 फीट ऊंचा वाटरप्रूफ पंडाल तैयार हो रहा है। खाने की कई दुकानें सज रही हैं। इस बार लोगों के लिए ‘हॉन्टेड हाउस’ बनवाया जा रहा है। इसमें डायनासोर जैसे अन्य जानवर के मॉडल रहेंगे। जिसे कारीगर लाईट और साउंड के माध्यम से सजीव एहसास कराएंगे। संरक्षक देशराज अग्रवाल ने बताया इस बार कमेटी की ओर से एक प्रसाद का स्टाल लगेगा जिस पर भगवान गजानन को चढ़ाने के लिए मोदक कम पैसे में भक्तों को प्राप्त हो सकेगा। 50 सीसी टीवी कैमरे और लगभग 80 सुरक्षाकर्मी रहेंगे। 23 सितंबर को शोभा यात्रा झूलेलाल वाटिका से शुरू होकर विश्वविद्यालय मार्ग, आईटी चौराहा, रामकृष्ण मठ, शंकरनगर, नजीरगंज, डालीगंज होते हुए झूलेलाल वाटिका पर समाप्त होगी।
षष्ठी श्री गणेश उत्सव कमेटी की ओर से गुलाब वाटिका अपार्टमेंट, अलीगंज में 13 सितंबर से शुरू हो रहे पांच दिवसीय गणेश उत्सव खास होगा। गजानन के नाम चिठ्ठी लिखकर जहां भक्त मनौतियां मांगेंगे, वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की छटा भक्तों का मनोरंजन करेगी।