चौदह साल पहले खत्म हो चुकी पुरानी पेंशन व्यवस्था को फिर से लागू करने की मांग को लेकर राज्य कर्मचारी और शिक्षक बुधवार से तीन दिन तक कामकाज से विरत रहेंगे। इस आंदोलन के लिए संगठनों के संयुक्त मोर्चे के तौर पर गठित कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच ने कार्य बहिष्कार में प्रदेश के 12 लाख कर्मचारियों और 10 लाख शिक्षकों के शामिल होने का दावा किया है।
तिवारी के मुताबिक केंद्र ने राज्य सरकार को पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करने का अधिकार दे रखा है और केंद्र चाहे तो खुद भी पुरानी प्रणाली लागू कर सकता है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के वेतन से पेंशन के नाम पर काटी जाने वाली रकम को खुले बाजार में असीमित जोखिम के अधीन किया जा रहा है, जो कर्मचारियों के भविष्य को अनिश्चित कर रहा है।