अयोध्या. (निजी संवाददाता)| हाल ही में संपन्न हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ४४ दिवसीय जन्मोत्सव कार्यक्रम में जिस तरह से जनता के साथ साथ हज़ारों की संख्या में साधु संतों का साथ मिला है, उससे तो यह साबित होता है कि अयोध्या में भारतीय जनता पार्टी अपनी राजनैतिक ज़मीन खोती हुई नज़र आ रही है.
अयोध्या में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के उत्तम स्वास्थ्य दीर्घायु एवं पुनः मुख्यमंत्री बनने की कामना के साथ १४४ आचार्यों द्वारा यज्ञ – हवन – पूजन का आयोजन किया गया. जिसमें बड़ी संख्या में राजनेताओं के साथ साथ जनता ने भी दिलचस्पी दिखाई.
१४ अगस्त को समाप्त हुए इस कार्यक्रम में विधानसभा अद्धयक्ष माता प्रसाद पांडे, मंत्री राम मूर्ति वर्मा, तारकेश्वर मिश्र एवं पार्टी के अन्य पदाधिकारियों ने पूरे जोश के साथ उपस्थिति दर्ज कराई.
ऐसा प्रतीत होता है की समाजवादी पार्टी अब अयोध्या में भारतीय जनता पार्टी को उसी के हथियार से मात देने की ठान चुकी है.
अयोध्या में पिछले २ वर्षों से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के जन्मोत्सव को बहुत ही अनूठे ढंग से आयोजित किया जा रहा है. इस आयोजन के तहत रक्तदान शिवार का आयोजन, मंदिरों पर भंडारा एवं प्रसाद वितरण, वृक्षारोपण कार्यक्रम, ग़रीबों एवं असहायों को वस्त्र वितरण आदि ने यहाँ की जनता को समाजवादी पार्टी के काफ़ी करीब ला दिया है.
बीजेपी नें जिस तरह से अयोध्या को लेकर वादे किए थे, उनमे वह काफ़ी पिछड़ती नज़र आ रही है. प्रधानमंत्री ने ढाई साल के कार्यकाल में एक भी बार अयोध्या आना उचित नहीं समझा. बनारस को क्योटो बनाने का सपना दिखा कर जिस तरह बीजेपी ने वहाँ की जनता को गुमराह किया ठीक उसी तरह से अयोध्या भी अपने आप को उपेछित महसूस कर रही है. यही कारण है जिससे जनता का बीजेपी से मोह भंग हो चुका है.
अयोध्या में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के जन्मोत्सव से जुड़े इन अनूठे कार्यक्रमों के आयोजक डा. आशीष पांडे दीपू ने बताया कि लम्बे समय से चल रहे इन कार्यक्रमों में अयोध्या की जनता और साधु संतों का सानिध्य एवं आशीर्वाद मिल रहा है. मुख्यमंत्री के इन कार्यक्रमों से यहाँ के लोग काफी लाभान्वित और प्रभावित हुए हैं.
यहाँ की जनता अब झूठे होते वादों की सरकार को छोड़ कर पूरे होते वादों की समाजवादी सरकार को पूरी तरह से अपना चुकी है. और जिस अयोध्या के नाम पर कभी बीजेपी ने केद्र और राज्य में जनता को गुमराह कर और भगवान् राम के नाम पर क्षल कर सत्ता का सुख हासिल किया था , उस बीजेपी का चेहरा २०१२ में ही जनता के सामने बेनकाब हो चुका है. और जनता मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कार्यों से प्रभावित है और निश्चित रूप से एकबार फिर अखिलेश यादव की अगुवाई में अयोध्या पर विजय श्री दिलाने के साथ अखिलेश यादव को पुनः मुख्यमंत्री बनाएगी.