नई दिल्ली। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में (पीओके) में एक बार फिर लोगों ने पाकिस्तानी सेना की ज्यादती के खिलाफ आवाज उठाई है। बड़ी संख्या में पीओके स्थित गिलगित बाल्टिस्तान में लोग सड़कों पर उतर कर अपने गुस्से का इजहार कर रहे हैं।
प्रदर्शन कर रहे नाराज स्थानीय लोगों का कहना है कि पाकिस्तानी सेना ने 500 युवाओं को इसलिए हिरासत में ले लिया है क्योंकि उन्होंने सेना को गिलगित छोड़ने को कहा था।
यह पहला मौका नहीं है जब गिलगित-बाल्टिस्तान में इस तरह के विरोध प्रदर्शन हो रहे हों, इससे पहले भी कई बार वहां के लोग पाकिस्तानी सेना के बढ़ते अत्याचारों के खिलाफ सड़कों पर आ चुके हैं।
गिलगित-बाल्टिस्तान में लोग इसलिए भी हताश हैं क्योंकि चीनी लोगों की मौजूदगी ने उनके रोजगार भी छीन लिए हैं। जानकार मानते हैं कि चीन-पाकिस्तान के बीच बनने वाले आर्थिक गलियारे का असली मकसद इलाके में मौजूद संसाधनों का दोहन करना है।
गौरतलब है कि गिलगित-बाल्टिस्तान इलाके को पाकिस्तान ने 1947 में अवैध रूप से हथिया लिया था और तभी से ये विवादित क्षेत्र हैं जिसकी वजह से यहां पर लोगों को बुनियादी सुविधाएं तक नहीं मिल सकी हैं।