सुरक्षा… एक ऐसा शब्द, ऐसा मुद्दा जो हर इंसान और वर्ग से जुड़ा है। अपराधियों-अराजकतत्वों से सुरक्षा चाहिए, आपदा में कैसे बचाव हो, हादसा हो जाए तो सुरक्षित कैसे रहें। यह तमाम पहलू हैं, जो सभी को फिक्रमंद करते हैं। क्या हमेशा पुलिस-प्रशासन, अग्निशमन विभाग या सिविल डिफेंस की मदद के सहारे रहना ही उचित है? समाज हमसे है और हमारा है। इसे कैसे सुरक्षित बनाया जाए। क्या जिम्मेदारियां आमजन को निभानी होंगी, क्या कदम उठाने होंगे, इन्हीं बिंदुओं पर विचार-विमर्श के लिए शुक्रवार को ‘माय सिटी माय प्राइड’ अभियान के तहत सुरक्षा विषय पर राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस आयोजित की।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अखिलेश कुमार की मौजूदगी में उन जागरूक शहरवासियों ने अपने-अपने विचार साझा किए, जो अपनी ओर से कुछ बेहतर कर रहे हैं या अनुभव रखते हैं। राह चलती महिला-युवतियों की सुरक्षा का मसला हो या किसी हादसे की स्थिति, सुझावों का निचोड़ लगभग यही था कि हम सजग रहें, हौसला-हिम्मत रखें तो समाज निश्चित रूप से सुरक्षित बनेगा। विषय प्रवर्तन संपादकीय प्रभारी आनंद शर्मा ने किया। आभार यूनिट हेड अवधेश शर्मा और संचालन रेडियो सिटी के आरजे राघव ने किया।