सीरिया का नाम आपने जरूर सुना होगा। फिलहाल इस देश को अशांत देशों में गिना जाता है। यह एक ऐसा देश है जो वर्षों से गृहयुद्ध की आग में झुलसा हुआ है। इसके चलते यहां पर लाखों नागरिकों की मौत हो चुकी है। लाखों लोग अपने ही देश को छोड़कर दूसरे देशों में शरण लिए हुए हैं। लाखों बच्चे मारे जा चुके हैं। यह आंकड़ा बेहद चौंकाने वाला है। सीरिया को लेकर संयुक्त राष्ट्र भी कई बार चिंता जता चुका है। यहां कोई दिन ऐसा नहीं जाता जब यहां पर हमले में किसी की जान न जाती हो। मौत का खौफ यहां के नागरिकों के चेहरे पर भी साफतौर पर देखा जा सकता है। सीरिया की ये बेहद भयावह तस्वीर हमारे सामने है, जिस पर चिंता होना लाजमी है।
बहरहाल, हिंसा से घिरे इसी देश में कुछ ऐसे लोग हैं जिन्होंने मौत के खौफ को दिल से निकाल चुके हैं। अपने गम और अपनी परेशानियों को किनारे रखकर ये लोग हमले में घायल हुए लोगों को बचाने के लिए दौड़ पड़ते हैं। एक ओर जहां नागरिक हमले के बाद उससे बचने के लिए दूसरी ओर भागते हैं वहीं ये लोग हमले की जगह की तरफ भागते हैं। इनका मकसद जिंदगियों को बचाने का होता है। इन्हें यहां पर व्हाइट हैलमेट के नाम से जाना और पहचाना जाता है। यह एक गैर सरकारी संस्था है, जिसमें यहां के स्थानीय निवासी निस्वार्थ भाव से अपना योगदान देते हैं। इनमें से कुछ ऐसे भी हैं जिन्होंने अपनों को बेहद करीब से मरते देखा है। अपनों को खोने का गम इनके चेहरे पर हमेशा झलकता है। लेकिन फिर भी ये हमेशा दूसरों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। संयुक्त राष्ट्र से लेकर कई देश इनकी तारीफ कर चुके हैं।