बहुजन समाज पार्टी ने अब भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ फ्रंट पर आने का फैसला कर लिया है। दूसरे दलों से गठबंधन के मामलों में अब तक शांत रही बहुजन समाज पार्टी ने लोकसभा व अन्य राज्यों के विधानसभा चुनावों को देखते हुए अपने पत्ते खोल दिए हैं।
बैठक में मायावती ने कहा जनहित, जनकल्याण व देशहित के मुद्दों पर भाजपा जनविरोधी निरंकुश पार्टी बनकर उभरी है, इसलिए उसे सत्ता से दूर रखना जरूरी हो गया है। इसके लिए ही अन्य दलों से गठबंधन की नीति पर अमल शुरू किया गया है। कर्नाटक में इसके अच्छे परिणाम निकले हैं। इससे पहले हरियाणा में भी बसपा-इंडियन नेशनल लोकदल गठबंधन तेजी से राजनीतिक पैठ बना रहा है, जिससे भाजपा काफी परेशान है। हालांकि, मायावती ने कहा कि गठबंधन तभी करेंगे जब सीटों के बटवारे में पार्टी की सम्मानजनक स्थिति रहेगी। भविष्य में मध्य प्रदेश, राजस्थान व छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से समझौते के संकेत देते हुए बसपा प्रमुख ने कहा कि सभी जगह सीटों के सम्मानजनक बटवारे पर ही सब कुछ निर्भर करेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले चुनावों में भाजपा सरकार के खिलाफ बसपा को कारगर रणनीति बनानी है।