चार ट्रकों में करीब 125 टन खराब गेहूं 200 किमी दूर पंजाब के कोट शेखों गांव, जिला मोगा से अंबाला एग्रो मील में पिसने के लिए चार ट्रकों पर पहुंचा। आरटीए से लेकर फूड सप्लाई व खाद्य सुरक्षा अधिकारी तक किसी को भनक नहीं लगी। इस सड़े गेहूं को अच्छे गेहूं के साथ मिलाकर पीसकर थैलियों में पैक कर सप्लाई किया जा सकता था। इस खराब गेहूं की सूचना देने के बाद भी अधिकारियों ने किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की और इसी प्रयास में रहे कि ट्रक और मिल मालिक फंस न सकें। हुआ भी यही। हालांकि सड़े गेहूं की पिसाई तो नहीं हो सकी लेकिन किसी के खिलाफ कार्रवाई भी नहीं हुई और ट्रक गेहूं लेकर वापस चले गए।
125 टन सड़ा गेहूं पंजाब से पिसने पहुंचा अंबाला
हुआ यह कि दैनिक जागरण की टीम को शुक्रवार सुबह साढ़े 9 बजे सूचना मिली। पंजाब एग्रो फूडग्रेन कारपोरेशन लिमिटेड से सड़ा गेहूं अंबाला पहुंचा है। टीम जागरण मौके पर पहुंची। मोहड़ा में दुखेड़ी रोड पर धर्मकांटे पर ट्रकों वजन करते समय 20 टन क्षमता वाले ट्रक में साढ़े 34-34 जबकि 15 टन वाले दो ट्रकों में करीब 28-28 टन गेहूं मिला। सुबह 10 बजे इन ट्रकों ने साथ लगते एग्रो फ्लोर मील गोदाम में एंट्री की। जागरण ने डीएफएससी को फोन लगाया तो कोई जवाब नहीं मिला। एडीसी शक्ति ¨सह से बातचीत करनी चाही, उनका भी फोन नहीं उठा। डीसी शरणदीप कौर बराड़ को वाट्सएप पर जानकारी दी। डीसी व एडीसी को वाट्सएप पर सड़े गेहूं की वीडियो और चारों ट्रकों के नंबर भेजे। फूड सेफ्टी अधिकारी सुभाष चंद्र को फोन किया। उन्होंने भी फोन नहीं उठाया। 11: 52 बजे एग्रो मिल के मालिक को मौके पर मीडिया के होने की खबर लगी। उसने तुरंत तीन ट्रकों को बाहर निकाल दिया। 12:05 पर नायब तहसीलदार मौके पर पहुंचे। माल बाहर निकल चुका था। उन्होंने औपचारिकता पूरी करते हुए भीतर पड़े साफ गेहूं के सैंपल भरे और 12:10 पर बैरंग लौट गए। दो घंटे बाद पहुंचे फूड सप्लाई इंस्पेक्टर