आईएसबीटी के पास स्थित पालीवाल अस्पताल में शुक्रवार सुबह भिंड के अटेर से कांग्रेस के विधायक हेमंत कटारे के भाई योगेश ने हंगामा मचाया और अपने साथियों के साथ मिलकर अस्पताल के स्टाफ को धमकाया और मरीजों का कोई उपचार नहीं होने दिया ।
नए मरीजों के पर्चे भी नहीं बनाने दिए और आईसीयू में भर्ती मरीजों का उपचार के लिए भी डाक्टरों भी नहीं जाने दिया। इस दौरान एक मरीज की हालत बिगड़ गई तो उसको दूसरे निजी अस्पताल में शिफ्ट करना पड़ा। इस हंगामे के पीछे कांग्रेस विधायक और अस्पताल के डायरेक्टर के बीच भवन के किराए को लेकर विवाद सामने आया है। अस्पताल डायरेक्टर ने इस पूरे मामले की लिखित शिकायत आला पुलिस अधिकारियों से की है। इस घटना पर विधायक के भाई का कहना है कि अस्पताल ने छह महीने से किराए का भुगतान नहीं किया है। वहीं अपने ऊपर लगे तमाम आरोपों को योगेश ने एक पत्र जारी कर खारिज किया है।
मेरी जान को खतरा –
पालीवाल डॉ. जेपी पालीवाल ने नवदुनिया को बताया कि सुबह योगेश कटारे अस्पताल में घुस आए। जहां अस्पताल के स्टाफ को धमकाया और बोले कि अब अस्पताल में कोई काम नहीं होगा, अस्पताल खाली करवाया जा रहा है। नए पर्चे और रजिस्ट्रेशन नहीं होने दिए गए। उनके साथ 15 से 20 लोग थे।
डॉक्टर पालीवाल ने बताया अस्पताल के बाहर विधायक के भाई ने टैंकर अड़ाकर एंबुलेंस को अंदर नहीं आने दिया। मुझे जान से मारने की धमकी दी। मुझे ऐसा लगता है कि मेरा अपहरण कर हत्या भी की जा सकती है। सभी आरोप गलत: योगेश कटारे योगेश कटारे ने घटना के बाद उन पर लगे सभी आरोप से इंकार किया है। उन्होंने बाकायदा एक पत्र जारी कर कहा है कि डॉ. पालीवाल को भवन किराये पर दिया था। अनुबंध की शर्तों का पालन नहीं किया गया। नोटिस जारी किया गया, लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने जवाब नहीं दिया। छह माह से किराया भी नहीं दिया जा रहा है इसके बाद उन्होंने भवन के दो फ्लोर किसी और को किराए पर दे दिए।