संगम तट पर 2019 में लग रहे कुंभ मेले में सनातनी संस्कृति की आबोहवा पूरे वेग से बहेगी। महिमा कुछ ऐसी होगी कि कैलिफोर्निया में बालरोग चिकित्सक डॉ. मरियम के दिन की शुरुआत यहां पूजा से होगी। श्रीलंका के कोलंबो निवासी सूबी फर्नांडीज प्रयाग में सात्विक भोजन ग्रहण करने के साथ यहां की संस्कृति को समझने के लिए गांवों में भ्रमण करेंगी। कुंभ मेला में भजन-पूजन के साथ कुछ ऐसा भी दृश्य नजर आएगा, जिसमें विदेशी स्वयं को सनातनी संस्कृति से जोडऩे के लिए होटलों के बजाय मठ-मंदिरों व घरों में रहेंगे। घर में रहकर वह भारतीय व्यंजन, संस्कृति, पहनावा, गीत-संगीत, खेलकूद की खासियत को जानेंगे और समझेंगे।
कुंभ में सनातनी संस्कृति का पाठ पढ़ेगी पाश्चात्य सभ्यता, संत-महात्मा कर रहे तैयारी
अक्सर देखा जाता है कि विदेशी पर्यटक या तो होटलों में रुकते हैं या मेला क्षेत्र में धर्मगुरु के शिविरों में रहकर भजन-पूजन करते हैं। इससे वह भारतीय संस्कृति को सही ढंग से समझ नहीं पाते थे, बल्कि मलिन बस्तियों में रहने वाले लोगों की तस्वीर ले जाकर अपने देश में दिखाते हैं। इस बार इससे इतर तैयारी है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महंत नरेंद्र गिरि के मठ बाघंबरी गद्दी में विदेशी पर्यटकों को ठहराने के लिए 12 कमरे आरक्षित कर दिए गए हैं। इसके अलावा महंत नरेंद्र गिरि ने अपने ऐसे 50 शिष्यों की सूची तैयार की है, जिनके घरों में विदेशी श्रद्धालुओं को रोका जाएगा। वह बताते हैं कि विदेशियों को मठ-मंदिर व घरों में रोकने का मकसद उन्हें भारतीय संस्कृति से परिचित कराना है। डॉ. मरियम व सूबी भी मठ या घर में रुकेंगी।