बैरसिया इलाके में गुरुवार सुबह अपनी जमीन पर कब्जा कर रहे दबंगों को रोकने की कीमत एक किसान को जान देकर चुकाना पड़ी। दबंगों ने उसे खेत में जिंदा जलाकर मार डाला। घटना के बाद आरोपित मौके से फरार हो गए, जिन्हें गिरफ्तार करने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने सरकारी अस्पताल में करीब पांच घंटे भारी हंगामा किया। पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर देर रात चारों आरोपितों को हिरासत में ले लिया है।
पुलिस के मुताबिक किशोरीलाल (55) को परसोरिया घाटखेड़ी गांव में वर्ष 2000 में सरकार की तरफ से खेती के लिए साढ़े तीन एकड़ जमीन का पट्टा मिला था। गांव का एक दबंग परिवार उस जमीन पर कब्जा करना चाहता था।
भड़का आक्रोश – घटना के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण अस्पताल पहुंचे और आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गए। सूचना पर पहुंचे एसपी नार्थ हेमंत चौहान व एएसपी संजय साहू की समझाइश पर शाम 4 बजे वे लोग माने। बाद में एसडीएम राजीवनंदन श्रीवास्तव की मौजूदगी में परिजनों ने किशोरीलाल का खेत में अंतिम संस्कार कर दिया।
खेत जोत रहे थे दबंग, उन्हें रोकने पहुंचा था किशोरीलाल
सुबह करीब 9 बजे किशोरीलाल को सूचना मिली कि कुछ लोग उसके खेत में जुताई कर रहे हैं। वह पत्नी के साथ खेत पर पहुंचा तो गांव के तीरन यादव अपने बेटे प्रकाश और भतीजे बलवीर व संजू यादव के साथ खेत जोत रहा था। किशोरीलाल ने तीरन को खेत में जुताई से रोका। इस पर तीरन और बेटों-भतीजों ने किशोरीलाल की पिटाई शुरू कर दी।
किशोरीलाल के बेटे कैलाश जाटव का कहना है कि इस दौरान प्रकाश, संजू व बलवीर ने उसके पिता को पकड़ लिया और तीरन यादव ने पेट्रोल डालकर आग लगा दी। घटना की सूचना पर परिजन और गांववाले मौके पर पहुंचे और गंभीर रूप से झुलसे किशोरीलाल को बैरसिया अस्पताल लाए, जहां 11 बजे उसकी मौत हो गई।
मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। अग्रिम जांच एएसपी संजय साहू के नेतृत्व में सीएसपी निशातपुरा, डीएसपी एजेके, टीआई बैरसिया व टीआई ईंटखेड़ी करेंगे।