नई दिल्ली: फिल्म ‘दंगल’ में जबरदस्त नन्ही पहलवान का किरदार निभाने वाली एक्ट्रेस जायरा वसीम ने पिछले कुछ सालों से अपने डिप्रेशन से जूझने की बात का खुलासा किया है. जायरा ने अपना बयान जारी करते हुए लिखा है, ‘आखिरकार मैं यह जगजाहिर कर रही हूं कि मैं लंबे समय से ‘डिप्रेशन और एनजाइटी’ का शिकार हूं.’ जायरा ने लिखा है कि वह 4 साल से इसका शिकार हैं और इसके चलते उन्हें कई बार अस्पताल में भर्ती होना पड़ा है. वह डिप्रेशन के चलते हर दिन एक-दो नहीं बल्कि 5 गोलियां खा रही हैं. आमिर खान के साथ फिल्म ‘दंगल’ में छोटी गीता फोगाट का किरदार निभाने के बाद जायरा, आमिर के ही साथ फिल्म ‘सीक्रेट सुपरस्टार’ में भी नजर आ चुकी हैं. जायरा वसीम को फिल्म ‘दंगल’ के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस के राष्ट्रीय पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है.
जायरा ने शुक्रवार अल सुबह अपने फेरिफाइड इंस्टाग्राम अकाउंट पर डिप्रेशन से अपनी लड़ाई की बात को शेयर किया. जायरा वसीम ने लिखा, ‘मुझे कई लोगों ने कहा कि तुम इतनी छोटी हो, तुम्हें डिप्रेशन नहीं हो सकता. यह सिर्फ एक दौर है जो गुजर जाएगा. हो सकता है कि यह सिर्फ एक दौर होता, लेकिन इस दर्दनाक दौर ने मुझे बुरी हालत में पहुंचा दिया है. मैं हर दिन 5 दवाइयां खाती हूं, मुझे एनजाइटी अटैक आते हैं, अचानक आधी रात को अस्पताल ले जाना पड़ता है.. मैं खाली-खाली, अकेला, डरा हुआ महसूस करती हूं.. बहुत ज्यादा सोने या कई हफ्तों तक न सोने के चलते मेरे शरीर में दर्द होता है. बहुत ज्यादा खाने से लेकर भूखे रहने तक, आत्महत्या के बारे में सोचने तक… जैसी हर चीज इस ‘दौर’ का हिस्सा रही है.’
जायरा ने आगे लिखा, ‘मैं महसूस कर सकती थी कि यह डिप्रेशन है. मुझे याद है मुझे पहला पैनिक अटैक 12 साल की उम्र में आया था और दूसरा तब जब मैं 14 साल की थी. मुझे अब याद भी नहीं है कि इसके बाद मुझे ऐसा कितनी बार हुआ, लेकिन हमेशा यही कहा गया कि ‘यह कुछ नहीं है, इतनी सी उम्र में तुम्हें डिप्रेशन नहीं हो सकता.’ जायरा ने लिखा कि ‘मुझे यह एहसास करा दिया गया था कि मुझे डिप्रेशन नहीं हो सकता क्योंकि यह सिर्फ 25 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को होता है’.
जायरा ने लिखा, ‘डिप्रेशन और एनजाइटी कोई भावना या एहसास नहीं है, यह एक बीमारी है. इसे कोई चुनता नहीं है, यह किसी को भी किसी भी वक्त हो सकता है. लगभग साढ़े चार साल हो चुके हैं मुझे डिप्रेशन से जूझते हुए. आज मैं अपनी बीमारी को समझने और उसे दुनिया के सामने बताने के लिए पूरी तरह तैयार हूं, बिना शर्मिंदा हुए, डरे और लोगों द्वारा बिना कोई राय बनाए हुए.’
जायरा ने अपने इस बयान के आखिर में लिखा, ‘मैं बस हर चीज से कुछ समय के लिए दूरी बनाना चाहती हूं, मेरी सोशल जिंदगी से, मेरे काम से, स्कूल से और सबसे ज्यादा सोशल मीडिया से. मैं रमजान के पवित्र महीने का इंतजार कर रही हूं, क्योंकि यह चीजों को समझने का सबसे उपयुक्त समय है. कृपया मुझे अपनी दुआओं में याद रखें.’