कई उपभोक्ता वस्तुएं होंगी महंगी
प्राकृतिक गैस की कीमत बढ़ने का मतलब यह होगा कि सीएनजी और पीएनजी के लिए कच्चा माल महंगा हो जाएगा। इससे बिजली उत्पादन और उर्वरक तथा पेट्रोकेमिकल के लिए फीडस्टॉक लागत भी बढ़ जाएगी। इसका मतलब यह है कि ये चीजें महंगी हो जाएंगी।
गैस मूल्य में बढ़ोतरी का फायदा हालांकि ओएनजीसी जैसी गैस उत्पादक कंपनियों को होगा। गैस मूल्य में हाने वाली हर एक डॉलर की वृद्धि की एवज में ओएनजीसी को सालाना 4,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय होगी।
भारत अपनी जरूरत के आधे गैस का आयात करता है, जिसकी कीमत घरेलू दर के मुकाबले दोगुने से भी अधिक चुकानी पड़ती है।