ब्रेन ट्यूमर के वो सामान्य लक्षण हैं जिसे हर किसी को जानना चाहिए

ब्रेन ट्यूमर के वो सामान्य लक्षण हैं जिसे हर किसी को जानना चाहिए

अगर आपको आए दिन सिर दर्द की शिकायत रहती है जो दवा खाने से ठीक हो जाती है लेकिन फिर उभर आती है तो सावधान हो जाएं, क्योंकि ये लक्षण ब्रेन ट्यूमर की सबसे शुरुआती स्टेज के भी हो सकते हैं। ब्रेन ट्यूमर एक खतरनाक बीमारी है। अगर सही समय पर इस बीमारी का पता चल जाए तो इससे बचाव संभव है। इलाज में देरी होने पर ये जानलेवा हो सकता है और इससे मानसिक विक्षिप्तता भी आ सकती है। ब्रेन ट्यूमर की स्थिति में दिमाग में बहुत सी कोशिकाएं या कोई एक कोशिका असामान्य रूप से बढ़ती रहती है जिसके कारण अन्य कोशिकाएं क्षतिग्रस्त होती रहती हैं। कई बार ब्रेन ट्यूमर अनुवांशिक भी हो सकता है और कई बार रेडिएशन में ज्यादा रहने या केमिकल के संपर्क में रहने से भी ये रोग हो जाता है। ब्रेन ट्यूमर को उसके शुरुआती लक्षणों से पहचाना जा सकता है इसलिए इन लक्षणों को आपको भी जानना चाहिए।ब्रेन ट्यूमर के वो सामान्य लक्षण हैं जिसे हर किसी को जानना चाहिए

सिर दर्द

सिर दर्द ब्रेन ट्यूमर का सबसे पहला और सामान्य लक्षण है। ब्रेन ट्यूमर होने की स्थिति में पहले पहल दर्द ज्यादातर सुबह होता है और बाद में यह लगातार होने लगता है। ये दर्द कई बार इतना तेज होता है कि इंसान अपना मानसिक संतुलन भी खो सकता है। अगर आपको लगातार सिर में दर्द की शिकायत रहती है, तो चिकित्सक से मिलकर तुरंत इसकी जांच कराएं।

उल्टी और मितली

ब्रेन ट्यूमर का दूसरा लक्षण है कि इसमें सिर दर्द के साथ उल्टी शुरू हो जाती है। कभी-कभी सिर दर्द होने पर पूरे दिन मितली होती रहती है और कुछ भी खाने-पीने का मन नहीं करता है। सिर दर्द की तरह ही ये लक्षण भी पहले-पहल सुबह ही दिखाई देता है और बाद में इसकी तीव्रता बढ़ जाती है।

शरीर का संतुलन

ब्रेन ट्यूमर होने पर अक्सर चक्कर आता रहता है और कई बार चक्कर आते-आते आप गिर भी जाते हैं। दरअसल ट्यूमर अगर सेरिबैलम में होता है तो ये शारीरिक संतुलन को प्रभावित करता है इस कारण से कई बार चलते-फिरते हुए शरीर का संतुलन बिगड़ जाता है और इंसान गिर पड़ता है।

दौरे पड़ना

ब्रेन ट्यूमर की स्थिति में जब प्रभावित कोशिकाएं दिमाग के अंदर अपना जाल बिछाना या फैलना शुरू करती हैं तो इससे आसपास की कोशिकाओं पर प्रभाव पड़ता है, जिससे कई बार रोगी को बार-बार दौरे पड़ने शुरू हो जाते हैं।

पैरालिसिस जैसा महसूस होना

ब्रेन ट्यूमर की स्थिति में कई बार इंसान के शरीर के अंगों से दिमाग का कंट्रोल हट जाता है तो उसे उस अंग विशेष की संवेदना महसूस नहीं होती है। ऐसे में रोगी को पैरालिसिस जैसा महसूस होता है। ऐसी स्थिति में बाजू और पैर काम करना बंद कर देते हैं। ये स्थिति तब आती है जब व्यक्ति के दिमाग के पैराइटल लोब पर ट्यूमर होता है।

बोलने में परेशानी

दिमाग में शरीर के हर अंग को जोड़ती हुई कोशिकाएं मौजूद होती हैं इसलिए ट्यूमर की कोशिकाएं जिस भी कोशिका के आसपास से गुजरती हैं वो प्रभावित होती है। ऐसे ही जब ये कोशिकाएं टैंपोरल लोब में प्रवेश करती हैं तो व्यक्ति को बोलने में परेशानी होने लगती है। ऐसे में आवाज चली जाने के साथ-साथ व्यक्ति का मुंह एक तरफ को अकड़ने लगता है।

चिड़चिड़ापन और स्वभाव परिवर्तन

ब्रेन ट्यूमर की वजह से सिर्फ हमारे शरीर के अंगों की क्रिया और मानसिक क्रिया ही नहीं प्रभावित होती, बल्कि इससे हमारे स्वभाव पर भी असर पड़ता है। अगर ये ट्यूमर फ्रन्टल लोब में पहुंच जाता है तो व्यक्ति के व्यवहार में परिवर्तन आने लगता है। वो अपने व्यवहार पर नियंत्रण नहीं रख पाता है और चिड़चिड़ापन या उदासी उसे घेर लेती है।

सुनने में समस्या होना

ब्रेन ट्यूमर जब व्यक्ति के टैंपोरल लोब में पहुंच जाता है तो इससे सिर्फ बोलने की क्षमता नहीं प्रभावित होती, बल्कि इससे व्यक्ति को सुनने में भी परेशानी होने लगती है। कई बार तो ऐसा महसूस होता है जैसे कान का पर्दा फट गया हो।

हाथ-पैरों में ऐंठन

ट्यूमर सेल्स का प्रवेश जब पैराइटल लोब में होने वाला होता है तब ऐसी स्थिति आ जाती है जिसमें अचानक से व्यक्ति के हाथ-पैर अकड़ने लगते हैं। उसे ऐसा महसूस होने लगता है जैसे कि उसके शरीर के सभी अंग निष्क्रिय हो रहे हैं। ये पैरालिसिस से पहले की स्टेज है।

कमजोरी का एहसास होना

ब्रेन ट्यूमर के शुरुआती लक्षणों में सिर दर्द के साथ कमजोरी महसूस होना भी शामिल है। दरअसल जब मस्तिष्क में ट्यूमर बनना शुरू होती हैं तो इससे आसपास की कोशिकाएं धीरे-धीरे प्रभावित होना शुरू हो जाती हैं, जिससे व्यक्ति को सिर दर्द महसूस होता है और उसके बाद पूरा शरीर कमजोर लगने लगता है।

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