उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर्स समिट के समापन समारोह में हिस्सा लेने के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद गुरुवार शाम चार बजे लखनऊ पहुंचे। करीब 4 बजे विशेष विमान से अमौसी एयरपोर्ट पहुंचे राष्ट्रपति का स्वागत राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा व गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने किया। यहां से राष्ट्रपति का काफिला इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान पहुंचा। राष्ट्रपति यहां बुधवार से शुरू हुए यूपी इन्वेस्टर्स समिट के समापन समारोह को संबोधित कर रहे हैं।
दीप प्रज्वलित कर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, वित्तमंत्री अरुण जेटली, केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने समापन सत्र की शुरुआत की।
-औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने स्वागत भाषण दिया।
-मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने राष्ट्रपति और अन्य सभी अतिथियों को शॉल भेंट कर उनका स्वागत किया।
-उद्योग विकास मंत्री सतीश महाना ने सभी अतिथियों को शॉल भेंट कर उनका स्वागत किया।
-मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का संबोधन-
-उत्तर प्रदेश, राष्ट्रपति की जन्मभूमि और कर्मभूमि है, उनका इससे विशेष लगाव है। इसलिए उनका और प्रधामंत्री का प्रदेश के विकास के लिए लगातार मार्गदर्शन मिलता रहता है।
-यह हम सबका सौभाग्य है कि आज के इस कार्यक्रम में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली जी का मार्गदर्शन भी हमें प्राप्त हो रहा है।
-अभी हमारी सरकार को काम करते हुए 11 महीने पूरे हुए हैं। किसानों, गरीबों, वंचितों को विकास की योजनओं के साथ जोड़ने के लिए 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर प्रदेश के उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए वन डिस्ट्रिक वन नेशन योजना की शुरुआत की थी। उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर्स समिट इसी प्रयास की दूसरी कड़ी है।
-इस इन्वेस्टर्स समिट में 4 लाख 28 हजार करोड़ के इन्वेस्टमेंट के बारे में पूरी व्यवस्था की। इसके अलावा करीब चार लाख के ऐसे प्रस्ताव आए हैं, जिन्होंने प्रदेश में निवेश की इच्छा जातई है।
-इस निवेश से 33 लाख रोजगार प्राप्त होंगे।
-एक लाख करोड़ का रुपए का इन्वेस्टमेंट डिफेंस कॉरीडोर में होगा। प्रधानमंत्री ने इसका आश्वासन दिया है।
-प्रदेश के अंदर कानून व्यवस्था बेहतरत है।
-सिंगल विंडो सिस्टम के जरिए निवेशक बिना किसी परेशानी के राज्य की सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
-भारतीय जनता पार्टी के विधायक लोकेंद्र सिंह चौहान की मौत पर सीएम योगी ने कार्यक्रम में जताया दुख और श्रद्धांजलि दी।
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली का संबोधन-
-इन्वेस्टर्स समिट उत्तर प्रदेश के एजेंडा को बदले का बड़ा प्रयास है।
-सरकारें बदलती हैं, मुख्यमंत्री बदलतें, लेकिन इस बदलाव से प्रदेश की स्थिति में कोई बदलाव आता है, यह सरकार की कार्यशैली से पता चलता है।
-योगी जी के नेतृत्व में प्रदेश में इतिहास लिखा जा रहा है।
-निवेशकों के अनुकूल देश की स्थिति को बनाना हमारा लक्ष्य।
-निवेशकों के आने से रोजगार बढ़ते हैं, सरकार के पास ज्यादा पैसा आता है। उसी पैसे से सरकार वंचितों का ख्याल रखती है।
-प्रदेश की जनता मुख्यमंत्री की ओर देखती है, क्योंकि कड़े निर्णय लेना, उनकी गति क्या हो, निवेशक यह सब देखता है और यह सब योगी आदित्यनाथ में दिखता है।
-सबसे अधिक उपभोक्ता उत्तर प्रदेश में है। पुरानी एग्रो बेस्ड इंडस्ट्री उत्तर प्रदेश में है। इसका विकास करना चनौती नहीं है।
-उद्योग के साथ ट्रेंड नौजवनों की आवश्यकता की पूर्ति के लिए उद्योगों के साथ शैक्षिक संस्थानों को भी विकासित किया जाए।
राज्यपाल राम नईक का संबोधन
-यूपी में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर इन्वेस्टर्स समिट हुई है। उत्तर प्रदेश के विकास के इतिहास में यह समिट स्वर्ण अक्षरों में लिखी जाएगी।
-मैं मुंबई से आता हूं। मुंबई से तीन बार विधायक रहा, सांसद रहा, मंत्री रहा। लेकिन जहां से मैं आता हूं, वहां 65 प्रतिशत लोग स्लम में रहते है। लेकिन देश की आर्थिक राजधानी भी उन्हीं की वजह से बनी है।
-रोजगार के लिए लोग दूसरे प्रदशों में जाते हैं। लेकिन जब यूपी में ही रोजगार मिलेगा तो कौन वहां जाएगा।
-उत्तर प्रदेश के सरकारी यूनिवर्सिटी से 15 लाख नौजवान ग्रेजुएट हुए हैं। प्राइवेट को मिलाकर करीब 20 लाख लोग ग्रेजुएट हुए हैं। यह प्रदेश के लिए मानव संसाधन है, जिसे प्रयोग किया जा सकता है।
-अधिकारियों को निर्देश- योजना बनाते हैं लागत भी तय करते हैं, लेकिन समय पर काम पूरा न करने से लागत बढ़ती है। इसलिए समय पर काम पूरा करना होगा, ताकि और ज्यादा निवेश आ सके।