उत्तर प्रदेश के कासगंज में फैली हिंसा को लेकर बरेली के डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह का फेसबुक पोस्ट विवाद का कारण बना. जिसपर बाद में राज्य सरकार ने भी सख्ती दिखाई. अब इस पोस्ट पर अपनी सफाई पेश करते हुए बरेली डीएम ने मंगलवार दोपहर एक और पोस्ट लिखा. उन्होंने लिखा कि उनका पुराना पोस्ट कासगंज में हो रही हिंसा को लेकर नहीं बल्कि बरेली में कांवड़ यात्रा के दौरान आई लॉ एंड ऑर्डर की दिक्कत को लेकर था. डीएम ने लिखा कि अगर मेरे पिछले पोस्ट से किसी को ठेस पहुंची है तो मैं माफी मांगता हूं.
फेसबुक पोस्ट में डीएम ने लिखा कि मेरे पोस्ट का गलत मतलब निकाला गया था. सांप्रदायिक माहौल को ठीक रखना प्रशासन की जिम्मेदारी है, मुस्लिम लोग हमारे ही भाई हैं. उन्होंने लिखा कि हमें मुस्लिमों को वापस लाना नहीं आया. हम सबका DNA एक ही है. उन्होंने लिखा कि लॉ एंड ऑर्डर से जुड़े मसलों पर आपस में चर्चा होनी जरूरी है.
क्या था पुराना पोस्ट
बता दें कि डीएम राघवेंद्र ने एक पोस्ट किया था जिसे कासगंज में फैली हिंसा से जोड़ा गया था. उन्होंने 28 जनवरी को फेसबुक पर लिखा, “अजब रिवाज बन गया है. मुस्लिम मुहल्लों में जबर्दस्ती जुलूस ले जाओ और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाओ. क्यों भाई वे पाकिस्तानी हैं क्या? यही यहां बरेली में खैलम में हुआ था. फिर पथराव हुआ, मुकदमे लिखे गए…”
केशव मौर्य ने की कार्रवाई की बात
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने इस मुद्दे पर कड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा कि फेसबुक पोस्ट को लेकर डीएम के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
भड़क उठे विनय कटियार
बीजेपी नेता विनय कटियार ने भी बरेली डीएम पर बड़ा बयान दिया था. कटियार ने कहा कि बरेली के डीएम की मानसिक स्थिति बिगड़ गई है इलाज की जरूरत है, डीएम के खिलाफ करवाई होनी चाहिए. कटियार बोले कि ऐसी मानसिकता वाले को पाकिस्तान जाना चाहिए, हिंदुस्तान में पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे नहीं लगेंगे तो क्या हिंदुस्तान मुर्दाबाद के नारे लगेंगे. ऐसे में अफसर पर एक्शन लिया जाना चाहिए.
गौरतलब है कि कैप्टन राघवेंद्र पूर्व सैन्य अफसर रहे हैं और इसी साल 30 अप्रैल को सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं. डीएम ने आर विक्रम सिंह नाम से बने फेसबुक पेज पर यह पोस्ट गणतंत्र दिवस के 2 दिन बाद कासगंज में फैले तनाव के बाद किया था.