फिल्म पद्मावती को लेकर विरोध कर रही करणी सेना के कार्यकर्ताओं द्वारा गुरुग्राम में एक स्कूल बस में कई तोड़फोड़ के आरोप में करणी सेना के कुछ और बड़े नेता गिरफ्तार हो सकते हैं. करणी सेना के कार्यकर्ताओं द्वारा भोंडसी में किए गए उपद्रव की जांच अब एसआईटी कर रही है.
जानकारी के मुताबिक, करणी सेना महासचिव सूरजपाल अमू के बाद अब करणी सेना के एक और शीर्ष नेता कुशल पाल को भी हिरासत में लिया जा सकता है. पुलिस ने बताया कि उपद्रव और हिंसा के इस मामले में करणी सेना के और भी कई नेता उसकी रडार पर हैं.
ज्ञात हो कि गुरुग्राम पुलिस पहले ही करणी सेना महासचिव सूरजपाल अमू को गिरफ्तार कर चुकी है. सूरजपाल 29 जनवरी तक के लिए न्यायिक हिरासत में भोंडसी जेल में ही बंद हैं. मामले की जांच कर रही एसआईटी अब सूरजपाल अमू के भड़काऊ भाषणों व भोंडसी में उपद्रव, आगजनी के तार तलाशने में जुट गई है.
सूत्रों के मुताबिक, 29 जनवरी को जैसे ही सूरजपाल की जूडिशल कस्टडी की अवधि खत्म होगी, एसआईटी सूरजपाल को प्रोडक्शन वारंट पर लेने की तैयारी कर रही है. गौरतलब है कि 24 जनवरी को पद्मावती का विरोध कर रहे करणी सेना के कार्यकर्ता हिंसक हो उठे थे.
करणी सेना के कार्यकर्ताओं भोंडसी में पहले सवारियों से भरी एक रोडवेज बस पर जमकर पत्थरबाजी , फिर उसके बाद बस में आग लगा दी. करणी सेना के दंगाई यहीं नहीं रुके. वहीं से गुजर रही जीडी गोयनका की स्कूल बस पर भी इन दंगाइयों ने जमकर पत्थरबाजी की.
प्रदर्शनकारियों ने स्कूली बच्चों और महिलाओं तक को नहीं बख्शा. छोटे-छोटे मासूम बच्चों ने सीट के नीचे छिपकर किसी तरह अपनी जान बचाई. स्कूल बस पर किए गए इस हमले का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ.