विले। अमेरिका के लुईसविले में रेडियोलॉजी की छात्रा लीसा थेरिस 23 जुलाई से लापता थी। दो लड़कों के साथ एक हंटिंग कैंप में जाने के बाद से 25 वर्षीय लीसा का कोई पता नहीं चल सका था। घना जंगल और खाने-पीने को कुछ नहीं, ऐसे में कोई इंसान वैसे ही हिम्मत हार जाता है। लेकिन एक युवती ने संघर्ष और हिम्मत की मिसाल पेश करते हुए 1 महीना जंगल में खुद को जिंदा रखा और वो भी गंदे पानी और जंगली फल खाकर।अभी-अभी: 2 बैंकों ने दिया ग्राहकों को झटका, पढ़े पूरी खबर, नहीं तो बाद में पड़ेगा पछताना…
जब परिजनों ने लीसा के जीवित होने की उम्मीद छोड़ दी थी, तब अचानक बुलक काउंटी में एक महिला ने उसे जीवित देखा। पता चला कि लीसा बेरी (जामुन की तरह एक जंगली फल) और गंदे पानी के सहारे जैसे-तैसे जिंदा रही। इस दौरान उसका वजन भी 22 किलो तक कम हो गया।
पुलिस ने बताया कि बीते सप्ताह जूडी गार्नर नामक एक महिला को जंगलों की ओर हिरण जैसा कुछ जानवर दिखा। हालांकि उन्होंने ध्यान से देखा तो वह एक लड़की थी। यह लड़की लीसा ही थी। उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे, बाल बिखरे हुए थे और उसे काफी चोटें आई हुई थीं। बाद में जूडी ने उसे बोतल से पानी दिया और फिर पुलिस को सूचना दी जिसके बाद उसे उपचार के लिए ले जाया गया।
कैंप में चोरी, लूट के इरादे से गए थे साथी
पुलिस ने बताया कि लीसा के लापता होने के दो सप्ताह बाद ही उसके साथ गए दो पुरुषों मैनली डेविस और रैंडेल ओसवर्ल्ड ने उन्हें चोरी व लूटपाट के आरोप में गिरफ्तार किया था। दोनों ने हंटिंग कैंप में चोरी को अंजाम दिया था। लीसा उन्हें कैंप के साथी समझकर उनके साथ यात्रा कर रही थी लेकिन सच्चाई पता चलने पर वह उनसे अलग हो गई और बीच रास्ते ही कार से बाहर कूद गई।
पुलिस ने बताया कि लीसा कार से कूदकर जंगलों में चली गई। उसे अलबामा के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी इसलिए वह कई दिन यहीं रही। लीसा के भाई-बहनों ने बताया कि उसके पूरे शरीर पर चोटों के निशान हैं। इसके बावजूद वह बेहद आत्मविश्वास के साथ अपना उपचार करवा रही हैं और जल्द स्वस्थ होने की उम्मीद कर रही है।
यह चमत्कार से कम नहीं
डॉक्टरों का कहना है कि लीसा को जो चोटें आई हैं, वे गंभीर नहीं हैं। लेकिन उसके भाई विल ने फेसबुक पर जो तस्वीर साझा की है, उसमें वह बुरी हालत में नजर आ रही है। उसके पूरे शरीर पर जगह-जगह कीड़ों के काटने के निशान देखे जा सकते हैं। वह पहले से काफी दुबली हो गई है। उसका वजन 22 किलो तक कम हो गया। यही वजह है कि जंगल में अकेले इतने दिनों तक उसके जिंदा रहने को कई लोग चमत्कार से कम नहीं मान रहे हैं।