दिल्ली में उगाही के लिए ताबड़तोड़ फायरिंग का दौर थमने का नाम ले रहा है। खास बात ये है कि 7.65 (.32) बोर के कारतूसों से दिल्ली में उगाही की जा रही है। गैंग कोई भी हो, गैंगस्टर कोई भी हो और शूटर कोई भी .. सभी 7.65 (.32) बोर के कारतूसों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
नांगलोई में प्लाइवुड व्यवसायी व अलीपुर में प्रॉपर्टी डीलर के कार्यालय पर फायरिंग के बाद पुलिस को इसी बोर के कारतूस मिले हैं। इससे पहले शूटरों ने तिलक नगर, नारायणा व नांगलोई में भी जबरन उगाही के लिए इन्हीं बोर के कारतूसों का इस्तेमाल किया है। स्पेशल सेल के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस बोर की कारतूस व पिस्तौल आसानी से मिल जाती है और सस्ते भी होती है।
वहीं, जबरन उगाही से दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा काफी नाराज हैं। उन्होंने किसी भी तरह बदमाशों को पकड़ने के लिए सोमवार सुबह आदेश दिए थे। अपराध शाखा ने शाम तक शूटरों को पकड़ लिया। दिल्ली पुलिस मुख्यालय में ये चर्चा चल रही थी कि दोनों शूटरों ने सरेंडर किया है।
दिल्ली पुलिस अधिकारियों से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। हालांकि, दबी जुबान में पुलिसकर्मी सरेंडर करने को लेकर चर्चा कर रहे थे।
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