आईपीएल-10 में पुणे सुपरजाइंट के फाइनल में पहुंचते ही टीम के पूर्व कप्तान एमएस धोनी के नाम एक अनोखा रिकॉर्ड दर्ज हो गया है। धोनी आईपीएल में सबसे ज्यादा फाइनल मैचों में पहुंचने वाले प्लेयर बन गए हैं। इससे पहले पिछले 6 सीजन के फाइनल्स धोनी ने बतौर कप्तान खेले हैं और अब 10 साल के इतिहास में ये उनका 7वां फाइनल होगा।
पहले ही सीजन में फाइनल में…
– आईपीएल के पहले ही सीजन यानी 2008 में धोनी ने बतौर कप्तान चेन्नई सुपरकिंग्स को फाइनल में पहुंचाया था। यहां टीम पहले खिताब के लिए राजस्थान रॉयल्स से भिड़ी थी। चेन्नई ने पहले बैटिंग करते हुए राजस्थान को 164 रन का टारगेट दिया था। धोनी 17 बॉल पर 29 रन बनाकर नॉटआउट रहे। हालांकि जवाब में उतरी राजस्थान ने 3 विकेट से ये मैच जीत लिया था।
2010 में धोनी की कप्तानी में दूसरी बार चेन्नई आईपीएल के फाइनल में पहुंची थी। यहां उसका मुकाबला मुंबई इंडियन्स से हुआ।
– चेन्नई ने पहले बैटिंग करते हुए मुंबई को 169 रन का टारगेट दिया था। इसमें धोनी ने 15 बॉल पर 22 रन बनाए थे।
– जवाब में मुंबई 146 रन ही बना सकी। चेन्नई ने ये मैच और अपना पहला आईपीएल खिताब 22 रन से जीता था।
2011 में चेन्नई का फाइनल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से मुकाबला हुआ। चेन्नई ने पहले बैटिंग करते हुए बेंगलुरु को 206 रन का मजबूत लक्ष दिया था। इस मैच में भी धोनी ने 13 बॉल पर 22 रन की धुआंधार इनिंग खेली थी।
-धोनी की कप्तानी का इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि उन्होंने लगातार चौथी बार चेन्नई को फाइनल में पहुंचाया ।-2013 के फाइनल में मुंबई इंडयिन्स ने पहले बैटिंग करते हुए चेन्नई को 149 रन का टारगेट दिया था।
– जवाब में उतरी चेन्नई की ओर से धोनी ने 45 बॉल पर नॉटआउट 63 रन की धुआंधार इनिंग खेली, जिसके बाद भी टीम 23 रन से हार गई।
– 2015 के फाइनल में चेन्नई का मुकाबला एक बार फिर मुंबई इंडियन्स से हुआ। मुंबई ने पहले बैटिंग करते हुए चेन्नई को 203 रन बड़ा टारगेट दिया।
– टारगेट का पीछा करने उतरी चेन्नई ये मैच 41 रन से हार गई। इस मैच में धोनी ने 13 बॉल पर 18 रन बनाए थे।