ओडिशा के देवगढ़ जिले में एक मंदिर के पुजारी समेत दो लोगों को 6 साल के मासूम बच्चे की बलि चढ़ाने की कोशिश में अरेस्ट किया गया है। ये लोग भगवान शिव को प्रसन्न करने के नाम पर मासूम बच्चे की बलि चढ़ाने जा रहे थे। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने निरंजन बेहेरा नाम के एक शख्स को अरेस्ट किया है, जो 6 साल के बच्चे की बलि चढ़ाने की कोशिश कर रहा था। बच्चे को जिंदा दफनाने के लिए 3 फुट गहरा गड्ढा खोद लिया था। पुलिस ने मंदिर के पुजारी त्रिनाथ बेहेरा को भी गिरफ्तार किया है। आरोप है कि इस पुजारी ने ही निरंजन को बलि चढ़ाने की सलाह दी थी और वह इस काम में उसकी मदद भी कर रहा था।
देवगढ़ पुलिस थाने के इंचार्ज सुरेंद्र नायक ने कहा कि बनिता बेहेरा नाम की एक महिला का दावा है कि उसे कुछ महीनों से सपने में भगवान शिव दिख रहे थे। उसका कहना है कि उसे भगवान शिव ने सपने में ही बताया था कि वह मंदिर में ही एक स्थान पर उनको दिखाई देंगे। भगवान के दर्शन के लिए बनिता अपने पति निरंजन के साथ गांव के पास रही एक पेड़ की पूजा करने लगे थे। इन्हें लगता था कि यहीं पर भगवान शिव उन्हें दर्शन देंगे। लंबे समय तक पूजा करने के बाद भी जब ऐसा नहीं हुआ तो उन्होंने मंदिर के पुजारी से मुलाकात की। पुजारी त्रिनाथ ने पति और पत्नी को बताया कि वे भगवान के दर्शन करना चाहते हैं तो उन्हें मानव बलि देनी होगी।
मानव बलि के मकसद से निरंजन और मंदिर के पुजारी ने शनिवार को गांव के ही 6 साल के एक बच्चे को किडनैप कर लिया था। वे दोनों बच्चे का मुंह बांध कर उस गड्ढे में दफनाने जा रहे थे, जिसे उन्होंने खोदा था। लेकिन जब तक वे उसे दफना पाते बच्चा चिल्लाने लगा और वहां से भाग निकला। बच्चा भागकर घर पहुंचा और परिवार वालों को पूरी बात बताई। इस पर गांव वाले पेड़ के पास पहुंचे और देखा कि निरंजन और मंदिर का पुजारी काला जादू जैसी क्रिया कर रहे हैं। ग्रामीणों ने पास में ही एक गड्ढा भी खुदा देखा और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने पुजारी और निरंजन को मानव बलि की कोशिश करने के आरोप में अरेस्ट कर लिया है।