सरकार ने बुधवार से 45 हजार करोड़ रुपये कीमत के 20 दुर्लभ खनिज ब्लॉक की नीलामी शुरू कर दी। बिक्री के लिए रखे गए 20 ब्लॉक में से दो लीथियम ब्लॉक हैं। इन लीथियम ब्लॉकों में से एक जम्मू-कश्मीर में है जबकि दूसरा छत्तीसगढ़ में है।
जम्मू-कश्मीर में 59 लाख टन का लीथियम भंडार
बता दें कि इसी साल फरवरी में जम्मू-कश्मीर में 59 लाख टन का लीथियम भंडार मिला था। कोयला एवं खान मंत्री प्रल्हाद जोशी ने बताया, पहली बार सरकार ने न केवल दुर्लभ खनिजों की पहचान की है आज इन खनिजों के ब्लॉक को नीलामी के लिए भी रखा गया।
कई राज्यों के खनिज ब्लॉक नीलामी में शामिल
उन्होंने कहा कि बिक्री के लिए रखे गए 20 ब्लॉक छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, ओडिशा, झारखंड और बिहार सहित विभिन्न राज्यों में हैं। इन ब्लॉक की कुल कीमत 45 हजार करोड़ रुपये है। उन्होंने कहा कि इन खनिज ब्लॉक से मिलने वाला पूरा राजस्व राज्यों के हिस्से में जाएगा।
नीलामी प्रक्रिया 20 फरवरी को होगी बंद
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नीलामी प्रक्रिया 20 फरवरी को बंद हो जाएगी। 20 खनिज ब्लॉकों में से 16 के लिए समग्र लाइसेंस दिया जाएगा जबकि चार ब्लॉक के लिए खनन पट्टा दिया जाएगा। आने वाले समय में हम दुर्लभ खनिजों के और ब्लॉक जोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि उद्योग की प्रतिक्रिया के आधार पर हम स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में काम करना आसान बनाने के लिए कानूनों में संशोधन जारी रखेंगे।
खान सचिव वीएल कांत राव ने बताया कि सरकार खनिजों की तलाश करने वाली एजेंसियों को महत्वपूर्ण खनिजों की खोज पर 25 प्रतिशत का प्रोत्साहन दे रही है। इस समय देश में महत्वपूर्ण और रणनीतिक खनिजों की काफी मांग है जिसे आम तौर पर आयात से ही पूरा किया जाता है। महत्वपूर्ण खनिजों का उपयोग नवीकरणीय ऊर्जा, रक्षा और कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों में किया जाता है।