कभी कभी जीवन में घटी कुछ घटनाओं पर यकीन करना मुश्किल हो जाता है। ऐसा ही हुआ लंदन में रहने वाली में रहने वाली डेब्रा गोडार्ड के साथ। एक सेल में उन्हें एक अंगूठी पसंद आई और उन्होंने खरीद ली। उस समय उनके पास पैसों की तंगी थी और हीरे की अंगूठी पहनने के शौक ने उन्हें यह अंगूठी खरीदने पर मजबूर कर दिया।
कुछ समय पहले डेब्रा की मां एक रिश्तेदार के धोखा का शिकार हो गईं और उनकी सारी जमा पूंजी जाया हो गई। इसके बाद डेब्रा ने यह सोचकर उस अंगूठी को बेचने का फैसला किया कि इससे कुछ पैसे मिल जाएंगे, जिससे उनकी मां की मदद हो जाएगी। डेब्रा बताती हैं उन्होंने यह अंगूठी तकरीबन 922 रुपये में खरीदी थी। वह उसे कभी-कभी पहनती थीं। उनका अनुमान था कि अंगूठी 69131.87 रुपये में बिक जाएगी।
उसने अंगूठी को बेचने के लिए एक व्यक्ति से संपर्क किया। जैसे ही उस व्यक्ति ने अंगूठी को देखा, उसने महिला से उसे बेचने का कारण पूछा। महिला ने बताया कि उसकी अंगूठी निजी कारणों से बेचनी है। उस शख्स ने अंगूठी की जांच के बाद बताया कि जिस अंगूठी को वो पिछले 30 साल तक नकली समझ कर पहनती रही, वो दरअसल असली हीरे की अंगूठी थी।
यह सुनकर डेब्रा को यकीन नहीं हुआ और वह लगभग बेहोश हो गईं। कुछ देर संभलने के बाद जोहरी ने डेब्रा को बताया कि उनकी अंगूठी में लगा नग 26.27 कैरट का डायमंड है। पता चला कि ये हीरा बेहद प्राचीन था। जौहरी ने डेब्रा को अंगूठी को नीलाम करने का सुझाव दिया, जिसे उन्होंने मान लिया। इसकी नीलामी से उन्हें 68210115 रुपये की रकम मिली। तमाम टैक्स के बाद महिला को करीब 4.5 करोड़ रुपये मिले।
नीलामी से मिले पैसे से उन्होंने अपनी 72 साल की मां के लिए कई गिफ्ट्स खरीदे हैं। साथ ही एक ज्वैलरी कंपनी भी खोली है। इसमें छिपे हुए कीमती रत्नों की खोज की जाती है। उन्होंने एक किताब भी लिखी है जिससे उन्हें काफी कमाई की उम्मीद है। डेब्रा का कहना है कि अगर उनकी किताब बिकी तो इससे मिलने वाला पैसा चैरिटी होम्स को जाएगा।