इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू छह दिवसीय भारत दौरे पर आ रहे हैं. इस दौरान भारत और इजरायल के पीएम के बीच महत्वपूर्ण मसलों पर बातचीत होगी. इस मौके पर हम आपको इजरायल से जुड़ी कुछ सबसे दिलचस्प बातें बताने जा रहे हैं. पढ़िए ऐसा की एक वाकया, जब इजरायल ने 6 दिनों में अरब देशों को चटाई थी धूल…
सीरिया, लेबनान, जॉर्डन और मिस्र से घिरा यहूदियों का एकमात्र देश है इजरायल. आजादी के बाद से ही यह देश अपने अरब पड़ोसियों के निशाने पर रहा.
आजादी के तुरंत बाद ही अरब देशों ने इजरायल पर हमला कर दिया था. यह युद्ध एक साल तक चला और जीत इजरायल की हुई. इस वार के बाद इजरायलियों ने फिलिस्तीन के काफी बड़े हिस्से को हथिया लिया.
वर्ष 1967. जून का वो महीना. एक बार फिर मिस्र, सीरिया और जॉर्डन ने इजरायल पर हमले का प्लान बनाया. तीनों देश इजरायल पर तीन तरफा हमले के फिराक में थे.
एक तरफ मिस्र बॉडर इलाकों में सेना की तैनाती कर रहा था. तो दूसरी तरफ से सीरिया ने अपनी वायु सेना को इजरायली सीमा से सटे गोलन हाइटस पर तैनात कर दिया.
वार की तैयारी हो चुकी थी. इजरायली भी इस सबके लिए तैयार था. इजरायली इंटेलीजेंस एजेंसी मोसाद के पास उस समय दुनिया का सबसे बेहतरीन इलेक्ट्रॉनिक वॉर्निंग सिस्टम था.
वार के शुरुआती कुछ निर्णायक घंटों में ही इजरायल ने अपना ताकत दिखा दिया. इजरायली सेना ने मिस्र के लड़ाकों को सुबह 7.30 से 8.00 बजे के समय में निशाना बनाया.
महज तीन घंटों में ही इजरायल ने मिस्र के 340 में से 300 वार प्लेन को ध्वस्त कर डाला. 4 दिनों से भी के कम समय में मिस्र की सेना हार चुकी थी.
इजरायल ने मिस्र के सिनाई उपद्वीप और गाजा पर कब्जा जमा लिया.
सीरिया को धुल चटाकर गोलन हाइटस पर कब्जा कर लिया. और तो और जॉर्डन को मात देकर वेस्ट बैंक में राज करने लगा.