देश में दीपावली की खरीदारी इस साल तीन महीने पहले जून में शुरू हो चुकी है. इसके साथ ही जून के आखिरी हफ्ते में पड़ने वाली ईद के लिए भी खरीदारी की शुरुआत हो चुकी है. दरअसल, 1 जुलाई से देश में जीएसटी लागू करने की तैयारी है जिसके बाद माना जा रहा है कि इलेक्ट्रिकल उत्पादों (व्हाइट गुड्स) की कीमत में इजाफा होना तय है.
इलेक्ट्रिकल उत्पाद बनाने वाली कंपनियों में 1 जीएसटी लागू होने से पहले अपने स्टॉक प्रोडक्ट को बेचने की होड़ मची है. लिहाजा, जहां दीपावली अभी तीन महीने दूर है, कंपनियां ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों को लुभाने के लिए 20 से 40 फीसदे तक के डिस्काउंट का ऐलान कर रहे हैं.
टेलीवीजन सेट, रेफ्रिजरेटर, वॉशिंग मशीन और एयर कंडीशनर के प्राइस टैग पर कंपनियों ने बड़ी कटौती की है. इन उत्पादों की कीमतें और भी कम इसकी डेट ऑफ मैन्यूफैक्चरिंग के चलते हो गई है. दरअसल, देश में जीएसटी लागू होने के बाद इन उत्पादों को बेचने पर रीटेलरों को 6 से 14 फीसदी का नुकसान हो सकता है.
जीएसटी में किए प्रावधान के मुताबिक यदि दुकानदारों के पास 1 जुलाई के बाद 14 मई से पहले के खरीदे हुए उत्पाद बचे रह जाते हैं तो उन्हें उसपर इनपुट क्रेडिट का लाभ नहीं मिलेगा. आमतौर पर दुकानदार एमआरपी पर ग्राहकों को 10-12 फीसदी का डिस्काउंट देते हैं. लिहाजा, अपने पुराने स्टॉक को 1 जुलाई से पहले खत्म करने के लिए उनके डिस्काउंट की सीमा तीन गुना तक जा सकती है.
जीएसटी को एक जुलाई से लागू करने की योजना है. जीएसटी परिषद द्वारा करीब 1,200 वस्तुओं और 500 सेवाओं की दरों को अंतिम रूप दिया गया है. इनके विश्लेषण से पता चलता है कि साबुन और दंतमंजन जैसे रोजमर्रा के उत्पाद जीएसटी में सस्ते हो जाएंगे. वहीं ताजा फल, सब्जियां, दालें, ब्रेड और दूध को किसी भी कर से छूट दी गई है.