सिर मुंडवाई लक्ष्मी अहिरवार को देखकर आप एक पल के लिए सहम जाएंगे। 42 साल की लक्ष्मी के शरीर में चोट के बहुत से निशान हैं, जो आपको उसे देखकर ही साफ दिखाई दे जाएंगे। लक्ष्मी पिछले 24 सालों से हर रोज एक नई चोट अपने शरीर में लेकर जी रही है। इन चोटों की वजह हैं घरेलू हिंसा, जो उसको उसके पुलिस कांस्टेबल पति ओम प्रकाश अहिरवार द्वारा दी गई है।
27 नवंबर की सुबह ओम प्रकाश ने लक्ष्मी को बेवजह लोहे के पाइप से मारना शुरू कर दिया, जिसमें लक्ष्मी के हाथ और सिर में बहुत चोट आई है। लक्ष्मी के बच्चे मां की पिता द्वारा ऐसी पिटाई देखकर सहम गए हैं। ये बात अलग है कि लक्ष्मी के तीनों बच्चों को पिता द्वारा घरेलू हिंसा की आदत सी हो गई है।
खैर, उस दिन तो ओम प्रकाश ने अति ही कर दी। हालांकि इस हिंसा की एफआईआर झांसी पुलिस थाने में कर दी गई है। पर अभी तक कोई ठोस कार्रवाई ओम प्रकाश के खिलाफ नहीं हुई है और वह आराम से घाटमपुर पुलिस थाने में अपनी नौकरी कर रहा है।
लक्ष्मी अहिरवार बताती है, “वह मुझ पर इतना अत्याचार करता है, अगर मैं बच्चों को खाना उससे पहले दे दूं तो पीटता था। उसे मुझे मारने के लिए कोई वजह नहीं चाहिए होती है।”
ओम प्रकाश पत्नी की पिटाई में तीन मोटे डंडे तोड़ चुका है। लक्ष्मी कहती है, “उसे मेरे सोने से भी चिढ़ थी। कई बार जब में सोई होती तो वह मेरे सीने पर बैठ जाता और पीटना शुरू कर देता। इस बार जब मुझे अधमरा करके गया तो धमकी देकर गया कि उसकी शिकायत कहीं की तो वह ऑनड्यूटी आकर गोली से मार देगा।”
लक्ष्मी के पिता भगवान दास ने बेटी के साथ हुई घरेलू हिंसा की एफआईआर लिखवा दी है। ओम प्रकाश पर भारतीय दंड संहिता की धारा 323 लगाई गई है।
भगवान दास ने कहा, “एफआईआर लिखवाने का भी कोई फायदा नहीं हुआ। वह मजे से अपनी नौकरी कर रहा है।”
झांसी पुलिस थाने ने हालांकि ओम प्रकाश पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। लक्ष्मी और उसकी तीन बच्चों को ओम प्रकाश से जान का खतरा बना हुआ है