पीएम मोदी ने कहा, देश के कृषि क्षेत्र को मजबूत करने के लिए बीते वर्षों में तेजी से काम किए गए है। उससे भारत का एग्रीकल्चर सेक्टर पहले से कहीं अधिक वाइब्रेंट हुआ है। उन्होंने कहा, आज भारत के किसानों के पास अपनी फसल मंडियों के साथ ही बाहर भी बेचने का विकल्प है। आज भारत मे मंडियों का आधुनिकीकरण तो हो ही रहा है, किसानों को डिजिटल प्लेटफार्म पर फसल बेचने और खरीदने का भी विकल्प दिया है। इन सारे प्रयासों का लक्ष्य यही है कि किसानों की आय बढ़े, देश का किसान समृद्ध हो। जब देश का किसान समृद्ध होगा तो देश भी समृद्ध होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, ये निश्चित है कि 21वीं सदी के भारत की ग्रोथ को गांव और छोटे शहर ही सपोर्ट करने वाले हैं। आप जैसे उद्यमियों को गांव और छोटे शहरों में निवेश का मौका बिल्कुल नहीं गंवाना चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा, पीएम-वाणी योजना के तहत देशभर में सार्वजनिक वाई फाई हॉटस्पॉट का नेटवर्क तैयार किया जाएगा। इससे गांव-गांव में कनेक्टिविटी का व्यापक विस्तार होगा। मेरा आपसे आग्रह है कि रूरल और सेमी रूरल क्षेत्रों में बेहतर कनेक्टिविटी की इन प्रयासों में भागीदार बनें।
कृषि सुधारों पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, आज, भारत के किसान अपनी उपज को मंडियों और साथ ही बाहर भी बेच सकते हैं। किसान अपनी उपज को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी बेच सकते हैं। हम किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें और अधिक समृद्ध बनाने के लिए ये सभी पहल कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, इन रिफॉर्म्स के बाद किसानों को नए बाजार मिलेंगे, नए विकल्प मिलेंगे, टेक्नोलॉजी का लाभ मिलेगा, देश का कोल्ड स्टोरेज इंफ्रास्ट्रक्चर आधुनिक होगा। इन सबसे कृषि क्षेत्र में ज्यादा निवेश होगा। इन सबका सबसे ज्यादा फायदा मेरे देश के किसान को होने वाला है।
पीएम मोदी ने कहा, कृषि सेक्टर और उससे जुड़े अन्य सेक्टर जैसे कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर हो, फूड प्रोसेसिंग हो, स्टोरेज हो, कोल्ड चैन हो इनके बीच हमने दीवारें देखी हैं। अब है सभी दीवारें हटाई जा रही हैं, सभी अड़चनें हटाई जा रही हैं।