केंद्र सरकार ने रेलवे में निजीकरण को बढ़ावा देने के लिए बड़ा फैसला लिया है. रेल मंत्रालय ने 109 जोड़ी प्राइवेट ट्रेनें चलाने के लिए रिक्वेस्ट फॉर क्वॉलिफिकेशन (RFQ) मांगा है. सरकार का कहना है कि इससे रेलवे में निवेश बढ़ेगा, और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी.
ये प्राइवेट ट्रेनें कब से चलेंगी? इसको लेकर मीडिया में अलग-अलग तरह की खबरें चल रही थीं. जिसपर विराम लगाते हुए रेलवे से साफ कर दिया है कि ये हाईटेक ट्रेनें मार्च 2023 से पटरी पर दौड़ने लगेंगी. यानी 2023 से निजी ट्रेनों से चलेंगी.
भारतीय रेलवे ने कहा कि निजी रेलगाड़ियों को मार्च 2023 से चलाना निर्धारित किया गया है. इससे संबंधित निविदाओं को मार्च 2021 तक अंतिम रूप दे दिया जाएगा और ट्रेनें मार्च 2023 से संचालित की जाएंगी.
दरअसल, इंडियन रेलवे 109 जोड़ी प्राइवेट ट्रेनों को चलाने की तैयारी में है. प्राइवेट ट्रेनों में एयरलाइन्स की तरह यात्रियों को पसंदीदा सीट, सामान और यात्रा की सुविधाएं दी जाएंगी. इस दौरान यात्रियों को इन सुविधाओं के लिए टिकट के अलावा अलग से भुगतान करना पड़ सकता है.
प्रत्येक ट्रेन में कम से कम 16 डिब्बे होंगे. रेलवे के अनुसार, इनमें से ज्यादातर आधुनिक ट्रेनों का निर्माण भारत में ‘मेक इन इंडिया’ के तहत होगा और इसे चलाने वाले प्राइवेट कंपनी ही उसके मेंटेनेंस, खरीद और ट्रांसपोर्टेशन के लिए जिम्मेदार होगी.
ट्रेनों के डिजाइन इस रूप से होंगे कि वे 160 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चल सके. रेलवे के अनुसार परियोजना के लिए छूट अवधि 35 साल होगी.
ट्रेनों को चलाने वाला प्राइवेट यूनिट, भारतीय रेलवे को ढुलाई शुल्क, वास्तविक खपत के आधार पर बिजली का पैसा देगा.
मंत्रालय को उम्मीद है कि प्राइवेट की भागीदारी से रेलवे में 30 हजार करोड़ रुपये का निवेश आएगा. इसका मकसद भारतीय रेल में नई तकनीक का विकास करना है ताकि मेंटेनेंस कॉस्ट को कम किया जा सके.
रेलवे का दावा है कि इससे नई नौकरियों के अवसर भी पैदा होंगे. सेफ्टी का भरोसा मजबूत होगा और यात्रियों को वर्ल्ड क्लास ट्रैवल का अनुभव होगा.
इंडियन रेलवे के रेल नेटवर्क पर पैसेंजर ट्रेनों को चलाने के लिए प्राइवेट इंवेस्टमेंट के लिए उठाया जाने वाला यह पहला कदम है.
फिलहाल आईआरसीटीसी तीन ट्रेनों का परिचालन करता है, जिसमें वाराणसी-इंदौर मार्ग पर काशी-महाकाल एक्सप्रेस, लखनऊ-नई दिल्ली तेजस और अहमदाबाद-मुंबई तेजस एक्सप्रेस शामिल है.