कैप्टन अमरिंदर सिंह के प्रधान सलाहकार प्रशांत किशोर ने 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। बुधवार को उन्होंने चंडीगढ़ स्थित मुख्यमंत्री के आवास पर पंजाब के कांग्रेस विधायकों से अलग-अलग मुलाकात कर जनता की नब्ज पर चर्चा की।
इन सभी विधायकों को लंच पर बुलाया गया था, जहां शाम तक प्रशांत किशोर प्रत्येक विधायक से अलग कमरे में मिलते रहे और उनसे उनके हलकों की मौजूदा स्थिति और अगले चुनाव में जनता के बीच पार्टी के रुख पर गहन चर्चा की। पता चला है कि करीब तीन दर्जन कांग्रेस विधायकों के साथ छह घंटे से भी अधिक समय तक मुलाकात चली।
प्रशांत ने विधायकों से इस बात की भी जानकारी हासिल की है कि बीते चार साल के दौरान उनके हलकों में ऐसे कौन-कौन से कार्य अधूरे रहे या शुरू नहीं हो सके, जिन्हें लेकर आम लोगों में नाराजगी है? इसके अलावा विधायकों से कैप्टन सरकार की कमियों के बारे में भी अलग-अलग राय ली गई।
प्रशांत किशोर ने विधायकों से यह जानकारी भी हासिल की है कि 2017 में जो मैनिफेस्टो बनाया गया था उसका चुनाव पर क्या असर पड़ा था। उन्होंने सभी विधायकों से जल्द से जल्द अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों का फीडबैक देने को भी कहा है। माना जा रहा है कि प्रशांत का अगला कदम विधायकों से उनके हलकों के संबंध में फीडबैक मिलने के बाद शुरू होगा। फिलहाल वे मुख्यमंत्री के साथ बुधवार की उक्त मंथन बैठक का विवरण साझा करेंगे।
इस बैठक की एक विशेषता यह भी रही कि प्रशांत ने उन विधायकों से भी फीडबैक हासिल किया, जो 2017 में पहली बार जीत कर आए हैं। हालांकि इस बैठक के बारे में सरकार और पार्टी की ओर से कोई विधिवत बयान जारी नहीं किया गया लेकिन सूत्रों के अनुसार, प्रशांत किशोर ने सभी विधायकों को अपने हलकों में आम लोगों तक सीधी पहुंच कायम करने की सलाह देते हुए उनसे जनता के उन सवालों की सूची बनाकर देने को कहा है, जिन्हें लेकर जनता को मौजूदा सरकार व प्रशासन से कोई शिकायत है। इसके साथ ही आम लोगों की इच्छाओं को भी गंभीरता से लेते हुए सूचीबद्ध करने को कहा गया है।
उल्लेखनीय है कि प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार का पद संभालने के बाद बीते सप्ताह मुख्यमंत्री की प्रेस कॉन्फ्रेंस की रूपरेखा बनाई थी, जिसमें कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने चार साल के कार्यकाल के हर सफल पहलू का मीडिया के सामने जिक्र किया और भविष्य की संभावनाओं का एलान भी किया।