उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने शनिवार को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कहा कि भारत को 2022 तक सभी तरह से आत्मनिर्भर बनना चाहिए और युवाओं को यह संकल्प लेना चााहिए कि फूट डालने वाली ताकतों का वे मुकाबला करेंगे।
उन्होंने फेसबुक पोस्ट में कहा कि ‘‘आज हम अपना 74वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं। इस अवसर पर हम उन राष्ट्रीय नायकों के दृढ़ विश्वास और संकल्प को नमन करते हैं जिन्होंने हमें प्रगति करने की आजादी दिलाई, देश की खोई हुई गरिमा, प्रतिष्ठा का पुनरोत्थान करने की आजादी। इस अवसर पर हम विगत सात दशकों में देश की प्रगति का उत्सव मनाते हैं।’’
नायडू ने कहा कि ‘‘अंग्रेजी शासन ने हमें लूटने के अलावा, विदेशी सत्ता ने बांटो और राज करो की नीति के तहत, समाज में धर्म, जाति और क्षेत्रीय आधार पर विभाजन पैदा किया।
इस स्वाधीनता दिवस पर हर भारतीय विशेषकर युवाओं को यह संकल्प लेना होगा कि वे आगे बढ़ कर लोगों में फूट डालने वाली हर ताकत का मुकाबला करेंगे और उसे विफल करेंगे।’’
उप राष्ट्रपति ने कहा कि ‘‘विगत पांच वर्षों में हमने तेजी से आधारभूत अवसंरचना का विकास किया, सामाजिक सुरक्षा के तन्त्र को सुदृढ़ किया गया है। आज भारत में कोई भी गांव ऐसा नहीं है जहां विद्युतीकरण न हुआ हो और खुले में शौच से मुक्त घोषित न किया गया हो।’’
उन्होंने कहा कि ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिया गया “संकल्प से सिद्धि” का मंत्र, एक आह्वान है कि 2022-23 तक एक नया भारत बनाने के लिए, हम अपनी विचार, व्यवहार, आचरण शैली में व्यापक बदलाव करें।’’
नायडू ने इस बात पर जोर दिया कि ‘‘2022 तक भारत में कोई भी बेघर न हो, हर नागरिक को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के अवसर उपलब्ध हों, स्वच्छ पीने का पानी, पौष्टिक साफ भोजन, स्वच्छता सुलभ हो। 2022 तक भारत हर क्षेत्र में, हर अर्थों में आत्मनिर्भर हो।’’