भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी बल्लेबाज सुरेश रैना इस वक्त टीम में वापसी के लिए जमकर मेहनत कर रहे हैं। पूर्व मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने इस बात का खुलासा किया है कि आखिर रैना को टीम से बाहर क्यों किया गया था। उन्होंने बताया की साल 2018-19 में घरेलू सीजन में औसत प्रदर्शन की वजह से रैना के बारे में नहीं सोचा गया।
पिछले साल रैना ने नीदरलैंड्स में अपने कोहनी की सर्जरी कराई है। चेन्नई सुपर किंग्स के स्टार बल्लेबाज इस आईपीएल में दमदार प्रदर्शन कर भारतीय टीम में वापसी करना चाहते हैं। कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से फिलहाल तो टूर्नामेंट को अगली सूचना तक स्थगित कर दिया गया है।
पूर्व मुख्य चयनकर्ता ने कहा, “देखिए जब 1999 में वीवीएल लक्ष्मण को भारतीय टेस्ट टीम से बाहर किया गया तो उन्होंने घरेलू क्रिकेट में 1400 रन बनाए और टीम में वापस लेने के लिए चयनकर्ताओं को मजबूर कर दिया। हम सीनियर खिलाड़ियों से कुछ ऐसी ही उम्मीद करते हैं।”
रैना ने रणजी के 2018-19 के पांच मैचों में दो अर्धशतक के साथ महज 243 रन ही बनाए। वहीं सीएसके की तरफ से 17 मैचों में भी 383 रन ही बना पाए और इसी वजह से उनके विश्व कप 2019 में खेलने का सपना टूटा।
“दुर्भाग्य से हमने रैना के फॉर्म को नहीं देखा जहां तक घरेलू क्रिकेट का सवाल है जबकि बाकी युवाओं ने बेहतर खेल दिखाया और बड़े मंच पर बहुत ही कमाल का प्रदर्शन किया। चाहे घरेलू क्रिकेट की बात करें या फिर इंडिया ए की तरफ से खेलते हुए।”
रैना ने कुछ दिन पहले ही स्पोर्ट्स तक पर चयनकर्ताओं पर सवाल खड़ा किया था। उन्होंने कहा था, “मुझे लगता है चयनकर्ताओं को सीनियर खिलाड़ियों को प्रति जिम्मेदार होना चाहिए।
देखिए मेरे अंदर अगर कोई कमी है तो मैं उसके उपर काम करूंगा। अगर मुझे बताया ही नहीं जाएगा की कमी क्या है तो मैं खुद को बेहतर कैसे करूंगा।”