एंटीलिया मामले से जुड़े मनसुख हिरेन हत्या केस में महाराष्ट्र ATS की जांच में एक नया खुलासा हुआ है. ATS का दावा है कि वाजे ने मनसुख हत्याकांड को अंजाम देने के बाद टिप्सी बार में आकर फर्जी रेड की थी. टिप्सी बार के मैनेजर राजेन्द्र शेट्टी ने बताया कि बार बंद हो चुका था उसके बावजूद वाजे के द्वारा रेड की गई. उन्होंने बताया कि उस दौरान बार में कोई ग्राहक ही नहीं था. इस बार में वाजे के साथ 20 पुलिस वाले आये थे.
ATS की जांच में सामने आया कि ठाणे से मनसुख को अगवा किये जाने के बाद उसे मौत के घाट उतारा गया, ऐसे में लोकेशन को लेकर भ्रम पैदा करने के लिए टिप्सी बार में फर्जी रेड की गयी. ATS को मिली एक फुटेज में रेड के दौरान सभी ने मास्क पहन रखा था. बताया जा रहा है कि इस रेड के दौरान वाजे को कुछ भी अवैध नही मिला था. जिसके बाद वाजे यहां से निकल जाता है. जांच के दौरान वाजे के द्वारा कोई करवाई नहीं की गई थी.
इसके अलावा इस पूरे कांड में एक और जानकारी सामने आई है. सूत्रों की माने तो सचिन वाजे मुंबई के एक फाइव स्टार होटल में फर्जी आधार कार्ड के सहारे ठहरा हुआ था. एनआईए ने अब फर्जी आधार कार्ड को जब्त कर लिया है.
जानकारी के मुताबिक, सचिन वाजे 16 फरवरी को यहां रुका था, अब होटल की सीसीटीवी फुटेज भी जब्त कर ली गई है. बता दें कि अब एनआईए सचिन वाजे से लगातार सवाल कर रही है और होटल में फर्ज़ी तरीके से रुकने का कारण जानने की कोशिश कर रही है.
गौरतलब है कि महाराष्ट्र पुलिस के अफसर सचिन वाजे को लेकर लगातार विवाद हो रहा है. पहले उनका नाम एंटीलिया मामले में आया, उसके बाद महाराष्ट्र एटीएस ने मनसुख हिरेन मामले में भी सचिन वाजे को मुख्य आरोपी माना. सचिन वाजे अभी एनआईए की कस्टडी में हैं और 25 मार्च तक सलाखों के पीछे ही रहेंगे.