जानकारी के अनुसार, मंगलवार दोपहर 3.30 बजे फोर्टिस अस्पताल के डॉक्टरों की टीम पुणे से रवाना हुई और शाम 5.40 बजे नई दिल्ली के इंदिरा गांधी हवाई अड्डे पहुंची। यहां से अस्पताल तक 18.4 किमी लंबा ग्रीन कॉरिडोर पुलिस की मदद से बनाया गया, जिसके चलते टीम को अस्पताल तक पहुंचने में महज 21 मिनट 20 सेकेंड का वक्त लगा। अस्पताल पहुंचने के बाद टीम ने सफल प्रत्यारोपण किया।
अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर जेएस मेहरवाल ने बताया कि दिल्ली निवासी 34 वर्षीय महिला हार्ट फेलियर थी। राष्ट्रीय अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (नोटो) में उसका पंजीयन कराया गया था, ताकि उसे नया दिल मिल सके। मंगलवार को पता चला कि पुणे के रूबी हॉल क्लीनिक में 47 वर्षीय मरीज ब्रेन डेड है। उसके परिजनों ने अंगदान का फैसला लिया है। इसके बाद टीम तत्काल पुणे रवाना हुई। 47 वर्षीय व्यक्ति का दिल अब 34 साल की महिला में धड़क रहा है।