
इस मुद्रा को करने से शरीर का कांपना भी हमेशा के लिए समाप्त हो जाता है और चेहरे की कांति बढ़ जाती है। आइए जानते हैं क्या है इस मुद्रा को करने का सही तरीका। इस मुद्रा को करने के लिए सबसे पहले अपने दोनों हाथों के अंगूठों को शेष उंगलियों के बीच दबाकर मुट्ठी बना लें। बैठकर या लेटकर उसे नाभि के नीचे पेट पर हल्के से रखें। मुट्ठियों की उंगलियां आमने-सामने सीधी हों। दोनों मुट्ठियों के बीच दो इंच का अंतर रहे। धीमी, लंबी व गहरी सांस के साथ प्रतिदिन आधा घंटा करें। दिन में दो-तीन बार करने से लाभ जल्दी होगा।