अमरनाथ यात्रा का शुभारंभ 42 दिनों के लिए 23 जून से हो रहा है. इस यात्रा का समापन 3 अगस्त को होगा. जम्मू कश्मीर के राज्यपाल और श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड चेयरमैन गिरीश चंद्र मुर्मू ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी. पिछली बार अमरनाथ यात्रा 40 दिनों की थी जिसे बढ़ाकर इस बार 42 दिनों के लिए कर दिया गया है. साल 2018 में 60 दिनों के लिए कपाट खोले गए थे.
पिछले साल 2 अगस्त को श्रद्धालुओं को अमरनाथ यात्रा के बीच से श्रद्धालुओं को एडवाजरी जारी कर वापस बुला लिया गया था, जिसके बाद आर्टिकल 370 हटाया गया था.
श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर बिपुल पाठक ने बताया कि शुभ घड़ियों को देखकर ही अमरनाथ यात्रा का समय सुनिश्चित किया गया है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार 23 जून 2020 को जगन्नाथ यात्रा से इसकी शुरुआत होगी, जबकि 3 अगस्त को रक्षा बंधन (श्रवण पूर्णिमा) यात्रा का आखिरी दिन होगा.
इस साल होने वाली अमरनाथ यात्रा का रजिस्ट्रेशन 1 अप्रैल से शुरू होगा. पिछले साल की तुलना में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने वाले यात्रियों की संख्या में कमी देखते हुए अधिकारियों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कोटा बढ़ाने का फैसला किया है.
13 साल से कम उम्र के बच्चों और 75 साल से ज्यादा उम्र के लोगों का यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं होगा. बोर्ड के प्रवक्ता ने बताया कि वे यात्रा रूट और कैंप को प्लास्टिक फ्री रखने की ओर भी ध्यान दे रहे हैं.
बोर्ड की 37वीं बैठक में बाबा बर्फानी के दर्शनों की तारीखों को लेकर अंतिम फैसला किया गया. इससे पहले जनवरी में जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने पुलिस विभाग को तीर्थयात्रा के मद्देनजर बोर्ड का सहयोग करने की बात भी कही थी.