वन विभाग का कहना है कि बंदरों की मौत हार्ट अटैक पडऩे से हुई है। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के मोहम्मदी इलाके में 12 बंदरों के शव एक साथ पायेगें। लोगों ने जब 12 बंदरों का शव एक साथ पड़े देखा तो वह लोग सन्न रह गये। पल भर में यह बात पूरे इलाके मेें आग की तरह फैल गयी।
लोगों ने बंदरों को जहर दिये जानेक की आशंका जतायी। सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस, वन विभाग के अधिकारी व पुश चिकित्सक भी मौके पर पहुंच गये। छानबीन और जांच पड़ताल की गयी तो जहर जैसी बात गलत निकनली। वन विभाग व पशु चिकित्सकों का कहना है कि बाघ के देख व डर के चलते सभी बंदरों की मौत दिल का दौरा पडऩे से हुई है।
जानवरों के डॉक्टर संजीव कुमार ने इस बात की पुष्टि की है। माना जा रहा है कि बंदरों की मौत सिर्फ बाघ की दहाड़ सुनकर ही हुई होगी क्योंकि अगर वह खुद उनके सामने होता तो उन्हें अपना भोजन जरूर बनाता। गांव वालों ने बताया कि इस इलाके में अक्सर बाघ घूमते पाए जाते हैं। उन्होंने बताया कि जिस वक्त इन बंदरों की मौत हुई उस वक्त भी दहाड़ें सुनाई दी थीं।