कोरोनावायरस महामारी दुनिया के लगभग हर देश तक पहुंच गई है. दिसंबर, 2019 में सामने आया यह वायरस तेजी से फैलते हुए दुनिया के हर देश तक पहुंच गया. हालांकि, कुछ देश अपवाद के तौर पर इस वायरस के कहर से बच गए थे. ऐसा ही एक देश था माइक्रोनेशिया लेकिन अब यहां पर भी कोरोना का पहला मामला सामने आया है. प्रशांत महासागर में स्थित माइक्रोनेशिया में कोविड-19 का पहला मामला तब सामने आया, जब यहां पहुंचे एक जहाज का क्रू मेंबर कोरोना से संक्रमित पाया गया.
माइक्रोनेशिया की कुल आबादी एक लाख के करीब है. महामारी की शुरुआत के बाद से ही इसने खुद को कोरोना के कहर से बचाए रखा था. देश को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति डेविड पैनुएलो ने कहा कि उन्हें यह चिंताजनक जानकारी मिली है, लेकिन इस मामले को सीमा पर ही रोक लिया गया है.
राष्ट्रपति ने कहा, सरकारी जहाज चीफ मायलो पर तैनात एक क्रू मेंबर कोरोनावायरस से संक्रमित पाया गया है. ये जहाज फिलीपींस से एक साल बाद लौटा है, जहां ये ड्राईडॉक की मरम्मत के काम में लगा हुआ था. उन्होंने कहा, क्रू मेंबर को जहाज पर ही आइसोलेट कर दिया गया. कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा अन्य क्रू मेंबर और जहाज की लगातार निगरानी की जा रही है.
अभी तक कुछ द्वीपीय देशों तक वायरस पहुंचा नहीं था, लेकिन हाल के दिनों में वायरस ने वहां पर भी अपने पैर पसारे हैं. सोलोमन आइलैंड, मार्शल आइलैंड, समोआ और वनातू कुछ ऐसे ही द्वीपीय देश हैं, जहां कोरोना के मामले रिपोर्ट किए गए हैं. हालांकि, टोंगा, पलाउ, नुवारू और किरिबाती जैसे कुछ देश ऐसे हैं, जहां अभी तक कोरोना मामले रिपोर्ट नहीं किए गए हैं.
चीन के वुहान में दिसंबर, 2019 में सामने आए कोरोना के पहले मामले के बाद यह तेजी से फैलते हुए दुनियाभर में 9 करोड़ से अधिक लोगों को अपनी चपेट में ले चुका है. अभी तक दुनियाभर में 9,13,91,808 लोग कोविड-19 से संक्रमित हो चुके हैं. वहीं, इस घातक वायरस की चपेट में आकर मरने वाले लोगों की संख्या 19,55,155 हो गई है.